script६ हजार की रिश्वत लेते वेयर हाउसिंग एवं लॉजिस्टिक कार्पोरेशन जिला प्रबंधक रंगे हाथों पकडे | Lokayukta Sagar's team took action under the Corruption Act | Patrika News

६ हजार की रिश्वत लेते वेयर हाउसिंग एवं लॉजिस्टिक कार्पोरेशन जिला प्रबंधक रंगे हाथों पकडे

locationटीकमगढ़Published: Sep 12, 2021 10:15:58 pm

Submitted by:

akhilesh lodhi

शनिवार को मप्र वेयर हाउसिंग एवं लॉजिस्टिक कार्पोरेशन जिला प्रबंधक बडौरा घाट में ६ हजार रुपए की रिश्वत लेते लोकायुक्त की टीम ने रंगें हाथों पकड़ा है।

Lokayukta Sagar's team took action under the Corruption Act

Lokayukta Sagar’s team took action under the Corruption Act


टीकमगढ़.शनिवार को मप्र वेयर हाउसिंग एवं लॉजिस्टिक कार्पोरेशन जिला प्रबंधक बडौरा घाट में ६ हजार रुपए की रिश्वत लेते लोकायुक्त की टीम ने रंगें हाथों पकड़ा है। टीम ने भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्रवाई कर गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि वहीं जमानत पर छोड़ दिया है।
लोकायुक्त सागर डीएसपी राजेश खेड़े ने बताया कि१ सितम्बर को पीडि़त वेयर हाउस संचालक राजेश शर्मा ने मप्र वेयर हाउसिंग एवं लॉजिस्टिक कार्पोरेशन जिला प्रबंधक शेर सिंह चौहान के खिलाफ शिकायत की थी। शिकायत के आधार पर जानकारी की। जिसमें कुछ जानकारियां सत्य पाई गई। उसके आधार पर शनिवार को टीम ने बडौरा घाट मप्र वेयर हाउसिंग एवं लॉजिस्टिक कार्पोरेशन ऑफिस के जिला प्रबंधक को ६ हजार रुपए लेते रंगों हाथों पकड़ा है। मामले की जांच कर कार्रवाई की है। उन्हें जमानत भी दी गई है।
किराया राशि के बिल निकालने १० हजार रुपए की मांगी थी रिश्वत
शिकायतकर्ता राजेश शर्मा ने बताया कि श्रीरामा कृष्णा वेयर हाउस में गेहूं की ३१ हजार गेहूं की बोरियां रखी हुई है। उनके किराए की राशि के बिल बढ़ाने के एवज में१० हजार रुपए की रिश्वत मांगी जा रही थी। जिसमें ४ हजार रुपए की पहली किस्त दे चुके थे। उसके बाद भी बिलों को नहीं बढाया जा रहा था। फिर लोकायुक्त सागर शिकायत दर्ज करा दी। उसके बाद शनिवार को टीम ने रंगें हाथों पकड़कर कार्रवाई कर दी।


शनिवार की दोपहर में की छापामार कार्रवाई
शनिवार की दोपहर मप्र वेयर हाउसिंग एवं लॉजिस्टिक कार्पोरेशन जिला प्रबंधक शेर सिंह चौहान ऑफिस में विभाग का कार्य कर रहे थे। उसी दौरान श्रीरामा कुष्णा वेयर हाउस संचालक राजेश शर्मा पहुंचा। उन्होंने सरकारी गेहूं भंडारण का किराया राशि के बिल बढ़ाने के नाम पर ६ हजार रुपए की राशि दी। उसी दौरान लोकायुक्त की पांच सदस्यीय टीम मौके पर पहुंची। उन्होंने उनके हाथों को धुलवाया और राशि को जब्त कर भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्रवाई कर दी।

ट्रेंडिंग वीडियो