बुधवार को प्रदेश सरकार के वित्तमंत्री तरूण भनोट ने वर्ष 2019-20 के लिए बजट पेश किया। इस बजट में उन्होंने टीकमगढ़-छतरपुर जिले के पीतल उद्योग के लिए विशेष प्रावधान करने की बात कहीं हैं। विदित हो कि टीकमगढ़ का पीतल उद्योग पूरे देश में अलग पहचान रखता हैं। यहां की पीतल की कारीगरी की विशेषता को पूर्व में केन्द्र सरकार भी स्वीकार कर चुकी हैं। केन्द्र सरकार ने इसे सीडीपी (कलस्टर विकास कार्यक्रम) में शामिल कर यहां के लिए 10 करोड़ का बजट आवंटित किया हैं।
पीतल कारीगरों में खुशी: प्रदेश सरकार द्वारा जिले की पीतल कारीगरी को विशेष बजट का प्रावधान करने से यहां के पीतल के कारीगरों खुश तो हैं, लेकिन वह इसे धरातल पर सही तरीके से क्रियान्वित करने की बात कह रहे हैं। पीतल की कारीगरी करने वाले रामा हैंडीक्राफ्ट के संचालक सुरेन्द्र सोनी का कहना हैं कि सरकार ने इसे बजट में शामिल किया हैं, यह खुशी की बात हैं। लेकिन धरातल पर कुछ हो, तभी इसका फायदा हैं। उनका कहना हैं कि पूर्व में भी इस कारीगरी को बढ़ावा देने कई योजनाएं आई, लेकिन उनका अब तक फायदा नही हो सका हैं। लेकिन बजट में इसके लिए प्रावधान होने पर उन्हें लग रहा हैं कि अब कुछ हो सकेगा।