मकर संक्रांति के पर्व पर नगर के सभी धार्मिक स्थलों पर लोगों का सैलाव उमड़ पड़ा। संक्रांति पर पवित्र नदियों में स्नान कर पुण्य अर्जित करने के लिए लोग सबसे ज्यादा श्रीरामराजा सरकार की नगरी ओरछा और शिवधाम कुण्डेश्वर पहुंचे। सोमवार की रात्रि 2.30 बजे से संक्रांति पर्व के आगमन के कारण ओरछा में तो रात्रि से ही श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया था। ओरछा पहुंचे श्रद्धालुओं ने तड़के 4 बजे से ही पवित्र बेतवा में डुबकी लगाना शुरू कर दिया था। वहीं शिवधाम कुण्डेश्वर में भी सुबह से ही श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया था। ग्रामीण क्षेत्रों से आए लोगों ने जमडार नदी में स्नान कर गीले वस्त्र पहन कर भगवान शिव को जल अर्पित किया।
लगी रही लोगों की भीड़: संक्रांति के पर्व पर ओरछा और कुण्डेश्वर में नदियों में स्नान करने के लिए लोगों की भीड़ लगी रही। नदियों के सभी घाटों पर लोग स्नान करने में लगे हुए थे। संक्रांति के पर्व पर लोगों ने तिल लगाकर स्नान किया। संक्रांति के पर्व पर शरीर में तिल लगाकर स्नान करने का बड़ा महात्व बताया गया है। लोगों ने तिल लगाकर स्नान करने के बाद भगवान को तिल के लड्डू, पपड़ी एवं खिचड़ी अर्पित की। इसके बाद लोगों ने धार्मिक स्थलों पर ही सबसे पहले तिल खाकर दिन की शुरूवात की।
सुरक्षा के रहे पुख्ता इंतजाम: संक्रांति के पर्व को देखते हुए कुण्डेश्वर मेें जमडार नदी एवं कुण्ड पर प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। यहां पुलिस बल तैनात करने के साथ ही नदी एवं कुण्ड में सुरक्षा बल गोताखोरों के साथ वोट से पूरे समय तैनात रहे, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। इसके साथ ही मंदिर परिसर में सुरक्षा के इंतजाम थे और सीसीटीवी कैमरों की मदद से पूरे क्षेत्र पर नजर रखी जा रही थी।