जमीन में बैठकर खा रहे भोजन
पत्रिका की टीम ने सोमवार की दोपहर 1 बजे नारगुडा प्राथमिक शाला के स्कू ल में वितरण किए गए मध्यान्ह भोजन को देखा तो चना दाल की जगह मूंग दाल और आलू की सब्जी कम पानी ज्यादा दिखाई दे रहे थे। मॉ भवानी स्व सहायता समूह द्वारा बच्चों को स्कूल के बाहर बैठाकर भोजन दिया जा रहा था। जहां चारों ओर गंदगी फैली हुई थी। मामले को ेलेकर रसोईयों से बात की गई। तो उनका कहना था कि स्कूल में पंखा न होने के कारण बच्चें बाहर आ गए है। वहीं सहायक शिक्षक स्वरूपचंद्र जैन का कहना था कि स्कूल में कक्षा 1 से 5वीं तक के 79 छात्र है। जिसमें 43 छात्र ही उपस्थित हुए है।
केस-2
मीनू अनुसार नहीं दिया भोजन
प्राथमिक शाला सुजारा की छात्र आनंद राजपूत, धर्मपाल अहिवाल, सौरभ लोधी ने बताया समूह संचालक द्वारा मीनू अनुसार भोजन नहीं दिया जा रहा है। सोमवार को आलू की सब्जी और चना की दाल दी जानी थी। लेकिन बच्चों को एक ही आलू की सब्जी दी गई। इसके साथ ही अधजली रोटी। श्री राधाकृष्ण स्व सहायता समूह के अध्यक्ष रामरति रजक ने बताया कि स्कूल में करीब 75 बच्चे दर्ज हैं। जिसमें 30 बच्चें ही उपस्थित रहे।
केस-3
कारी के स्कूलों में नहीं मिल रहा सही मध्यान्ह,कई बार की शिकायत
नगर परिषद कारी के वार्ड 1 की प्राथमिक पाठशाला, बालक प्राथमिक क न्या शाला, माध्यमिक शाला कारी, प्राथमिक शाला कंचनपुरा, प्राथमिक शाला अगोर की टपरियन में वितरण होने वाला भोजन गुणवत्ताहीन तरीके से किया जा रहा है। मध्यान्ह भोजन में सुधार के लिए कई बार वार्ड वासियों सहित छात्रों ने संबंधित अधिकारी को मौखिक और लिखित शिकायत की थी। लेकिन विभाग के अधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
इनका कहना
प्रशासन द्वारा समूह संचालक को गुणवत्तापूर्ण तरीके से छात्रों को भोजन वितरण करने के निर्देश दिए गए है। जहां-जहां मीनू अनुसार भोजन नहीं दिया जा रहा है तो उनके लिए जांच टीम गठित की जाएगी। अगर कोई भी समूह संचालक भोजन की गुणवत्ताहीन तरीके से भोजन वितरण करते पाया गया तो कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. गुजन सेन टास्क मैनेजर मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम अधिकारी टीकमगढ़