युवक से उसका नाम पता पूछा तो कुछ देर बाद ही जानकारी लगी कि युवक की गुमशुदगी तीन दिन से थाना देहात में दर्ज थी। डॉयल-100 पुलिस ने उक्त युवक को थाना देहात पुलिस के सुपुर्द कर दिया। पुलिस द्वारा मामले की विवेचना की जा रही है।
दरअसल गुरूवार सुबह 6 बजे पठा में कुछ ग्रामीणों ने बस स्टैंड के कुछ आगे एक युवक को हाथ पैर एवं मुंह बंधी अवस्था में सड़क किनारे पड़े देखा। मामले की सूचना डॉयल-100 पुलिस को दी गई।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर युवक को मुक्त कराया। युवक बदहवास हालत में था।
चार दिन पूर्व हुई थी गुमशुदगी दर्ज: दरअसल पठा में हाथ पैर एवं मुंह बंधे अवस्था में मिला उक्त युवक 5 अगस्त को दोपहर में अपने गांव हीरानगर से खेत से लापता हो गया था। उसके परिजनों ने 5 अगस्त को थाना देहात में सूचना दर्ज कराई थी कि गुलशन पुत्र हरकेश खरे (21) निवासी हीरानगर बाबरी 5 अगस्त को दोपहर में अपने खेत पर गया था। जहां से वह वापस नहीं आया तो परिजन उसे देखने के लिए खेत पर गए परंतु वह वहां नहीं था तो परिजनों ने उसकी तलाश की और देर शाम तक पता नहीं चलने पर मामले की सूचना थाना देहात में दी। जिस पर पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर युवक की तलाश शुरू की थी।
तीन से चार लोगों ने किया युवक का अपहरण:
बदहवास हालत में मिले गुलशन ने बताया कि जब वह खेत पर था तभी कुछ अंजान लोगों ने उसे बुलाया और अचानक उस पर कोई कपड़ा जैसी चीज डाल दी और किसी अज्ञात स्थान पर ले गए।
जहां उसे भूखा-प्यासा रखा गया। इस बीच उसके साथ मारपीट भी की गई। बुधवार की शाम उसे खाना दिया गया था। युवक के अनुसार अपहरण के बाद उसे बेहोश भी किया गया था।
युवक एवं परिजनों के अनुसार युवक के अपहरण के एक दिन पूर्व गांव में छोटा सा विवाद भी हुआ था। उधर थाना प्रभारी देहात त्रिवेन्द्र त्रिवेदी के अनुसार युवक की गुमशुदगी दर्ज थी।
उक्त युवक पठा के पास मिला है। बयान दर्ज कर युवक को परिजनों के हवाले कर दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।