शासन द्वारा अपने क्षेत्र में समुचित विकास कार्य कराने के लिए विधायकों एवं सांसदों को विकास निधि का आवंटन किया जाता है। इस निधि को विधायक और सांसद क्षेत्र में विकास कार्यों की आवश्कतानुसार खर्च कर सकते है। शासन द्वारा जहां विधायकों को हर साल 1 करोड़ 85 लाख रुपए की निधि दी जाती है, वहीं सांसदों को 5 करोड़ रुपए की राशि प्रदान की जाती है। सांसदों को यह राशि ढाई-ढाई करोड़ रुपए की दो किश्तों में दी जाती है। पहली किश्त खर्च होने के बाद शासन दूसरी किश्त जारी करता है।
विधायकों ने खर्च की पूरी राशि: मार्च में समाप्त होने वाले वित्त वर्ष के पूर्व ही टीकमगढ़ एवं निवाड़ी जिले के पांचों विधायकों ने लगभग अपनी पूरी विकास निधि खर्च कर ली है। विधायकों द्वारा भेजे गए प्रस्ताव के बाद जिला योजना विभाग ने संबंधित एजेंसियों को यह राशि जारी कर दी है। राशि खर्च करने के मामले में सबसे आगे निवाड़ी विधायक अनिल जैन रहे है। उनकी विकास निधि से 1 करोड़ 82 लाख 50 हजार के प्रस्ताव भेजे जा चुके है।
इसके बाद टीकमगढ़ विधायक राकेश गिरि ने भी 1 करोड़ 73 लाख के काम स्वीकृत कर दिए है। इसके बाद जतारा विधायक हरिशंकर खटीक ने 1 करोड़ 69 लाख, खरगापुर विधायक राहुल सिंह 1 करोड़ 67 लाख 58 हजार एवं पृथ्वीपुर विधायक एवं मंत्री बृजेन्द्र सिंह राठौर ने 1 करोड़ 29 लाख के विकास कार्यों के लिए अपनी राशि स्वीकृत कर दी है। वहीं सांसद वीरेन्द्र कुमार खटीक इस वित्त वर्ष में केवल 1 करोड़ 63 लाख 50 हजार के विकास कार्य ही स्वीकृत कर सके है। उनकी पहली किश्त भी इस बार पूरी खर्च नहीं हुई है।
सभी को खुश करने का प्रयास: विधायकों ने अपनी निधि को छोटे-छोटे कामों पर खर्च किया है। केवल टीकमगढ़ विधायक राकेश गिरि ने ही अपनी निधि से 15 लाख रुपए की एक मुश्त राशि टीकमगढ़ में नए बसस्टैंड के पास बने मुक्तिधाम में सभागृह बनने के दी है। शेष सभी विधायकों ने 3 से 5 लाख रुपए हर पंचायतों में सीसी रोड़, सामुदायिक भवन, बस स्टॉपेज सहित अन्य कार्यों के लिए जारी की है। वहीं सांसद वीरेन्द्र कुमार ने इस बार सबसे ज्यादा निधि शिक्षण संस्थानों पर खर्च की है और बड़ी राशि दी है। उनके द्वारा जिले के कुछ कॉलेजों में हायर सेकेण्डरी स्कूलों में सभागृह बनाने के लिए 20-20 लाख रुपए की राशि दी गई है।