प्रश्न: पार्टी में किसे अपना नेता मानते है।
अजय: अब मैं यह बात करना उचित नही समझता हूं।
प्रश्न: नेता के मनाने पर बैठ जाएंगे या चुनाव लड़ेंगे।
अजय: प्रश्र ही नही है। मैं राष्ट्रीय पार्टी बसपा से उम्मीदवार हूं। वापसी के लिए मैदान में नही आया।
प्रश्न: क्या पार्टी पर दबाव बनाने के लिए बागी हुई है।
अजय: बिलकुल नही। जनता की मांग और खुद की राजनीति बचाने के लिए चुनाव लड़ रहा हूं।
प्रश्न: फार्म भरने के बाद या पहले किसी नेता का फोन आया।
अजय: नही आया।
प्रश्न: प्रत्याशी ने कोई संपर्क किया।
अजय: नही किया।
प्रश्न: क्या गणित लेकर मैदान में उतरे है।
दिनेश: मैंने विधायक रहते पांच साल जनता के बीच काम किया। पार्टी के निर्देश पर पिछले चुनाव में सीट छोड़ी। जब पार्टी का प्रत्याशी हार गया तो क्षेत्र में लगातार सक्रिय रहा। मैं जातिगत आधार पर चुनाव लडऩे का पक्षधर नही हूं। जनता का मुझ पर और मुझे जनता पर पूरा भरोसा है। मुझे हर वर्ग का समर्थन प्राप्त है। यह बात चुनाव परिणाम के बाद सही साबित होगी।