पृथ्वीपुर में भाजपा की हालत खराब: इस बार के चुनाव में पृथ्वीपुर विधानसभा में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा है। इस बार भाजपा ने यहां से अपने जिलाध्यक्ष अभय अखण्ड प्रताप सिंह यादव को उम्मीदवार बनाया था। अभय प्रताप सिंह यादव पिछले दो कार्यकाल से जिले में भाजपा की अगुवाई कर रहे थे। पार्टी का मानना था कि संगठन के लिए काम कर रहे अभय पृथ्वीपुर से पार्टी को जीत दिलाएंगे, लेकिन वह तो यहां पर पार्टी का सम्मान भी नही बचा सके। इस चुनाव में उन्हें मात्र 10305 मत प्राप्त हुए है। यह मत डाले गए मतों का केवल 6.94 प्रतिश है। जबकि पिछली बार यहां से भाजपा प्रत्याशी रही अनीता नायक को 51147 मत मिले थे। जो डाले गए मतों का 38.65 प्रतिशत थे और अनीता नायक ने जीत दर्ज की थी।
जतारा में जनता दल की हालत खराब: वहीं वोट प्रतिशत के मामले में सबसे ज्यादा खराब स्थिति कांग्रेस समर्थित लोक तांत्रिक जनता दल के प्रत्याशी विक्रम चौधरी एवं निर्वतमान विधायक दिनेश अहिवार की है। कांग्रेस समर्थित विक्रम चौधरी को यहां से महज 1195 मत ही प्राप्त हुए है। यह डाले गए मतों का महज .85 प्रतिशत ही है। वहीं निर्वतमान विधायक दिनेश अहिवार की हालत तो और भी खराब है और उन्हें केवल 989 मतों से संतोष करना पड़ा है। उनका वोट प्रतिशत भी एक से कम है। जबकि कांग्रेस के टिकिट से पिछला चुनाव लड़कर दिनेश ने यहां से सर्वाधिक 51149 मत प्राप्त किए थे। इस बार दिनेश निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में कूद गए थे और जनता ने उन्हें बुरी तरह से नकार दिया।
खरगापुर में बदले समीकरण: इस बार मतप्रतिशत के मामले में खरगापुर में दोनों पार्टियों के प्रत्याशियों के समीकरण बदल गए। पिछले चुनाव में यहां से कांग्रेस की चंदा सिंह गौर ने सर्वाधिक 59771 मत प्राप्त किए थे। यह डाले गए मतों का 43 प्रतिशत था। जबकि भाजपा के राहुल सिंह ने 54094 मत प्राप्त किए थे, जो 39 प्रतिशत था। वहीं इस बार के चुनाव में चंदा सिंह गौर को 51132 मत मिले है। यह कुल मतों का 32 प्रतिशत है, जबकि राहुल सिंह ने इस बार यहां से सर्वाधिक 62864 मत प्राप्त कर जीत दर्ज की है। राहुल सिंह को इस बार 45 प्रतिशत मत मिले है।
वोट बड़े पर हार गए: इस बार टीकमगढ़ विधानसभा में कांग्रेस प्रत्याशी यादवेन्द सिंह के वोट में पिछले बार की तुलना में 10 प्रतिशत से अधिक का इजाफा हुआ है, लेकिन उसके बाद भी वह चुनाव हार गए। पिछले चुनाव में यादवेन्द्र सिंह बुंदेला को 41097 मत मिले थे। जो 30.51 प्रतिशत थे। जबकि भाजपा के केके श्रीवास्तव को 57968 मत मिले थे, जो 43.05 प्रतिशत था। वहीं इस बार कांग्रेस के यादवेन्द्र ङ्क्षसह पर क्षेत्र के लगभग 21 हजार अधिक लोगों ने विश्वास किया और कुल 62114 मत प्राप्त किए, जो कुल मतों का 41.38 प्रतिशत था। जबकि इस बार भाजपा के नए प्रत्याशी राकेश गिरि को 66442 मत प्राप्त हुए, जो 44.27 प्रतिशत है।