वीडियो हुआ वायरल: इस पूरे कार्यक्रम का एक वीडियो वायरल हुआ है। इसमें पलेरा थाना प्रभारी संजय जयसवाल कार्यक्रम को संबोधित कर रहे हैऔर आरोपी खड़ी लोधी उनके पास ही खड़ा हुआ है। इसके साथ ही कुछ अन्य वीडियों में भी आरोपी उनके साथ दिखाईदे रहा है। वह पूरे समय कार्यक्रम में मौजूद रहा, क्यों कि आयोजन वही है। संजय जयसवाल के साथ ही इस आयोजन में खजरी चौकी प्रभारी अर्जुज सिंह राजपूत भी पूरे समय मौजूद रहे।
आरोपी के साथ घंटों रही पुलिस: इस घटना में फरार चले खड़ी उर्फ सरजू लोधी द्वारा ग्राम कछौरा में क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन कराया जा रहा है। इस प्रतियोगिता में मंगलवार को दिगौड़ा और पलेरा टीम के बीच मैच खेला जा रहा था। पलेरा की टीम की ओर से थाना प्रभारी संजय जायसवाल के साथ ही पुलिस के कुछ अन्य जवानभी खेले। मैच खेलने के साथ ही संजय जायसवाल ने आयोजन को संबोधित भी किया। इस दौरान लगभग चार घंटे तक सरपंच पति खड़ी लोधी पूरे समय उनके साथ मौजूद रहा। लेकिन पुलिस का इतना नैतिक साहस नही हुआ कि वह उसे गिरफ्तार कर सके।
विदित हो कि रविवार 14 जनवरी को समीपस्थ ग्राम सैपुरा में रेत को लेकर ग्राम कछौरा के सरपंच खड़ी उर्फ सरजू लोधी द्वारा हवाई फायर किए गए थे। इस मामले में सैपुरा की सरपंच जानकी के पति देवेन्द्र राजपूत ने इसकी शिकायत पुलिस से की थी। पुलिस ने आरोपी खड़ी लोधी, बबलेश राजपूत, सुरेन्द्र उर्फ भज्जू यादव, राजू जोगी के खिलाफ हवाई फायर की धारा 336 सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया था। इस घटना के बाद उक्त सभी आरोपी फरार बने हुए है और पुलिस इनकी पतासाजी कर गिरफ्तार करने की बात कह रही है।
उठ रहे सवाल: वीडियो वायरल होने के बाद से पूरे जिले में पुलिस की इस कार्यप्रणाली को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं की जारही है। लोगों का कहना है कि यदि आम आदमी से भूल कर भी कोई गलती हो जाए तो पुलिस उसे पूरे कानून की जानकारी दे देती है। फिर खुले आम पुलिस के सामने ही लगभग 20-25 राउण्ड फायर करने वाले आरोपी के साथ मंच सांझा कर पुलिस उसके साथ क्या वेलफेयर दिखाने का प्रयास कर रही है, यह लोगों की समझ में नही आ रहा है।
कहते हैअधिकारी: यह मामले की अभी जांच की जा रही है। सरपंच पति खड़ी लोधी का कहना है कि उसके खिलाफ झूठा मामला दर्जकराया गया है। पुलिस इस मामले की सच्चाईका पता कर रही है। यह रेत का विवाद है। सैपुरा सरपंच के द्वारा शिकायत दर्जकराने के बाद अपने बयान नही दिए गए है। पुलिस ने उन्हें बयान देने के लिए बुलाया था। विवेचना पूरी हो जाने के बाद यदि यह साबित हो जाता है तो उसके खिलाफ गिरफ्तारी की कार्रवाई की जाएगी।-
संजय जयसवाल, थाना प्रभारी, पलेरा। जब तक विवेचना पूरी नही हो जाती, तब तक उसे फरार नही माना जाएगा। जब तक यह साबित नही हो जाता कि वह घटना में शामिल था, उसे फरार नही माना जाएगा। मैं इसकी विवेचना का पता किए लेते हूं।
-राकेश खाखा, एएसपी, टीकमगढ़।