ग्राम जरूआ में सुबह 11 बजे के लगभग तिगैला पर निवास करने वाले द्ददू उफ लालाराम यादव ने रसाई के पास बैठे अपने छोटे भाई राहुल की गर्दन पर कुल्हाड़ी से वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया। कुल्हाड़ी का प्रहार इतना जबरदस्त था कि राहुल की मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद लालाराम अपने पत्नी और बेटी को लेकर फरार हो गया। वहीं मृतक के बड़े भाई का कहना है कि यह दोनों ट्रेक्टर एवं जेसीबी चलाने का काम करते थे। सुबह से दोनों के बीच 200 रुपए के लेन-देन पर विवाद हुआ था। इसके बाद यह घटना हुई। वहीं सूचना पर मौके पर पहुंचे एफएसएल अधिकारी डॉ प्रदीप यादव एवं लिधौरा थाना प्रभारी हिमांशु भिंडिया ने इसकी जांच शुरू कर दी है।
हत्या का कारण कुछ और
परिजन भले ही हत्या का कारण रुपयों का विवाद बता रहे हो, लेकिन पुलिस के साथ ही ग्रामीण भी इस बात से सहमत नहीं दिख रहे है। ग्रामीणों की माने तो इन तीनों भाईयों में लालाराम यादव का ही विवाह था। तीनों साथ रहते थे और साथ में ही खाना-पीना होता था। ऐसे में मात्र 200 रुपए को लेकर कोई भी अपने भाई की हत्या नहीं कर सकता है। लोग इस घटना के पीछे किसी बड़े कारण को वजह बता रहे है। वहीं पुलिस का भी इस मामले में यही मत है।
3 घंटे बाद मिला शव वाहन
घटना के बाद एक बार फिर से क्षेत्र में शव वाहन न होने की समस्या सामने आई। पुलिस ने जांच के शव को पीएम कराने के लिए स्वास्थ्य केन्द्र भेजने को कहा तो काई शव वाहन नहीं मिला। लिधौरा में एक प्रायवेट व्यक्ति द्वारा अपना वाहन इस काम ेमें उपयोग किया जाता है, वह भी किसी दूसरे शव को लेकर गया था। ऐसे में उसके आने के लिए तीन घंटे तक इंतजार करना पड़ा। दोपहर 3 बजे यह वाहन आने बाद ही शव ले जाया जा सका।
घटना के बाद आरोपी फरार हो गया है। उसकी गिरफ्तारी के लिए टीम रवाना की गई है। केवल 200 रुपए के लिए भाई की हत्या करना समझ से परे है। आरोपी की गिरफ्तारी के बाद ही सही कारण सामने आएगा।- हिमांशु भिंडिया, थाना प्रभारी, लिधौरा।