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रक्षा बंधन के 17 दिन बाद मिल सका बहनों का प्यार, नेट कनेक्टिविटी बता रहे कारण

locationटीकमगढ़Published: Sep 14, 2018 09:53:54 am

Submitted by:

anil rawat

अपनों तक, अपना संदेश तीव्र गति से भेजने के लिए लोग पोस्ट ऑफिस के स्पीड पोस्ट सेवा का उपयोग करते है। लेकिन जिले में इसकी स्पीड इतनी स्लो है

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जतारा. अपनों तक, अपना संदेश तीव्र गति से भेजने के लिए लोग पोस्ट ऑफिस के स्पीड पोस्ट सेवा का उपयोग करते है। लेकिन जिले में इसकी स्पीड इतनी स्लो है कि रक्षाबंधन के 8 दिन पहले डाली गई राखिया जतारा के लोगों को रक्षा बंधन के 17 दिन बाद मिली। इस लापरवाही के लिए विभाग नेट कनेक्टिविटी को कारण बता रहा है। नेट कनेक्टिविटी के कारण लेट हुई डाक के लिए लोग सरकार के डिजीटल इंडिया पर प्रश्र खड़े कर रहे है।
संपर्क क्रांति के इस दौर में जहां लोगों ने चिट्ठी-पत्री खिलना बंद ही कर दिया है, वहीं रक्षाबंधन ही एक ऐसा पर्व बचा है, जब दूर-दराज के क्षेत्रों में रहने वाली बहिनें अपने भाईयों के लिए डाक के माध्यम से राखी भेजती है। लेकिन इस बार पोस्ट ऑफिस की लापरवाही के कारण बहिनों का यह प्यार समय से उनके पास नही पहुंचा और रक्षा बंधन के पर्व पर भाईयों की कलाईयां सूनी बनी रही। पोस्ट ऑफिस की इस लापरवाही पर कुछ लोगों ने इसकी शिकायत पोस्ट मास्टर जनरल भोपाल एवं डाक अधीक्षक छतरपुर से की है।
11 सितम्बर को बंटी डाक: जतारा में 5 लोगों को रक्षाबंधन पर्व के बाद डाक वितरित की गई है। जतारा निवासी घनश्यामदास पाण्डे, राजेन्द्र पाठक, जीडी पाण्डे, राजेश पाण्डे एवं हरिबाबू शर्मा ने बताया बताया कि उनकी बहिनों ने उन्हें रक्षा बंधन के लगभग 8 दिन पूर्व स्पीड पोस्ट के माध्यम से राखियां भेजी थी। घनश्याम पाण्डे ने बताया कि उनकी ***** ने लुधियाना से 18 अगस्त को उन्हें राखी भेजी थी। यह उन्हें 11 सितम्बर को मिली। 11 सितम्बर को राखी मिलने पर उन्होंने पोस्ट ऑफिस जाकर इसके लेट होने का पता किया तो बताया गया कि पहले यह डाक 19 अगस्त को ग्वालियर आई थी, इसके बाद वापस लुधियाना गई। वहां से 20 अगस्त को वापस जतारा के लिए भेजा गया।

29 अगस्त को जतारा आने के बाद यह पोस्ट ऑफिस में पड़ी रही और 11 सितम्बर को वितरण किया गया।
नेट कनेक्टिविटी बता रहे समस्या: 15 दिन तक पोस्ट ऑफिस में डाक पड़े रहने का कारण उप डाकपाल विपिन विश्वकर्मा द्वारा नेट कनेक्टिविटी का न होना बताया जा रहा है। उनका कहना है कि स्पीड पोस्ट की डाक नेट के माध्यम से संचालित होती है। नेट कनेक्टिविटी न होने के कारण यह डॉक पोस्ट ऑफिस में पड़ी रही। नेट कनेक्टिविटी आने पर इसका वितरण किया गया। पोस्ट ऑफिस में नेट कनेक्टिविटी की समस्या की बात सुनकर लोग सरकार के डिजीटल इंडिया के नारे पर प्रश्र खड़े कर रहे है। लोगों का कहना है कि जब यह सामान्य कार्य ही नेट कनेक्टिविटी से प्रभावित हो रहे है, तो सरकार लेने-देन के लिए डिजीटल माध्यम का प्रयोग करने का दावा कैसे कर रही है।
की शिकायत: डाक विभाग की लापरवाही से परेशान हरिबाबू शर्मा का कहना है कि उनकी ***** ने 24 अगस्त को भोपाल से डाक भेजी थी। उन्हें यह 11 सितम्बर को मिली थी। इस पर उन्होंने इसकी शिकायत पोस्ट मास्टर जनरल भोपाल एवं डाक अधीक्षक छतरपुर से की है।
कहते है अधिकारी: इस संबंध में शिकायत मिलने पर इसकी जांच कराई जाएगी। जांच के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। यह गंभीर लापरवाही का मामला है।- आरएस चौहान, डाक अधीक्षक, छतरपुर।

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