ओरछा निवासी नरेश चंद्र रिछारिया द्वारा 21 नबंवर 2021 को सूचना के अधिकार के तहत ओरछा मंदिर से संबंधित कुछ जानकारियों के लिए आवेदन किया गया था। निर्धारित समयावधि में जानकारी न देने पर उन्होंने इसकी अपील निवाड़ी कलेक्टर से की थी। इस पर निवाड़ी कलेक्टर ने ओरछा तहसीलदार एवं मंदिर के व्यवस्थापक तहसीलदार को जानकारी देने के लिए आदेश जारी किया था। इस पर भी तहसीलदार द्वारा जानकारी मुहैया नहीं कराई गई थी।
नरेश चंद्र रिछारिया ने बताया कि तहसीलदार द्वारा उन्हें इसके उत्तर में पत्र जारी कर बताया गया था कि इस संबंध की कोई जानकारी उनके पास नहीं है। इस पर उन्होंने राज्य सूचना आयोग की शरण ली थी और वहां पर अपील की थी। राज्य सूचना आयोग ने अब दोनों अधिकारियों को 14 जुलाई को अपने समक्ष उपस्थित होने का नोटिस जारी किया है।
यह मांगी थी जानकारी
नरेश चंद्र रिछारिया ने बताया कि उन्होंने मंदिर प्रबंधन से पिछले एक साल में मंदिर में लगाए गए लड्डू प्रसाद, व्हीआईपी दर्शन के साथ ही मंदिर का काम देख रहे आईआर रामराज्य गुप्ता यहां पर कितने समय से पदस्थ है, इसकी जानकारी मांगी थी। साथ ही यह भी पूंछा था कि मंदिर में क्या कोई ऐसा कर्मचारी पदस्थ है, जिस पर पूर्व में चोरी के आरोप लग चुके है। लेकिन अब अधिकारी यह जानकारी देने से परहेज कर रहे है। विदित हो कि मंदिर की व्यवस्थाओं में कुछ समय से लगातार लापरवाहियां सामने आ रही है।