रेल मंत्रालय ने खरगापुर से सागर को सीधी रेल लाइन से जोडऩे के लिए सर्वे करने की अनुमति दे दी है। इस अनुमति के बाद माना जा रहा है कि भविष्य में अब जिले का संभाग मुख्यालय से सीधा रेल मार्ग से संपर्क जुड़ जाएगा। रेल मंत्रालय ने खरगापुर से बड़ामलहरा होते हुए सागर तक रेल लाइन का सर्वे करने की अनुमति दी है। इसके लिए रेल मंत्रालय ने 76.50 लाख रुपए का बजट भी स्वीकृत किया है। रेल मंत्रलाय से मिली इस अनुमति के बाद जिले के लोगों में उत्साह देखा जा रहा है। इसके साथ ही ललितपुर को चंदेरी होते हुए अशोकनगर से जोडऩे क लिए रेल लाइन का सर्वे करने भी रेलवे ने 51 लाख रुपए का बजट स्वीकृत किया है।
तेजी से हो रहा रेल सुविधाओं का विकास
विदित हो कि जिले में रेल सुविधाओं के लिए लोगों को 40 साल संघर्ष करना पड़ा था। इस संघर्ष के बाद 26 अप्रेल 2013 को जिले को पहली रेल सुविधा की सौगात मिली थी। 26 अप्रेल की शाम 6.50 बजे खजुराहो-झांसी पैसेंजर टे्रन पहली बार जिले में पहुंची थी। इसके बाद लोगों को लग रहा था कि न जाने कब लोगों को जिले से भोपाल और दिल्ली के लिए सीधी रेल सेवा मिलेगी, लेकिन यह सपना भी लोगों को जल्द ही पूरा हुआ और वर्तमान में लोगों को जिले से भोपाल, इंदौर, दिल्ली, बिहार और गुजरात के साथ ही मुंबई तक को भी रेल सीधी रेल सुविधाएं मिलने लगी है। वहीं अब खरगापुर से सागर के लिए रेल लाइन के सर्वे से आगे और भी तेजी से रेल सुविधाओं के विकास की संभावना बढ़ गई है।
सिंगरौली लाइन शुरू होने पर होगा औद्योगिक विकास
विदित हो कि जिले को रेल सुविधा देने के लिए रेलवे द्वारा ललितपुर-सिंगारौली रेल लाइन को स्वीकृति दी थी। लेकिन यह ट्रेक अभी पूरा नहीं हो सका है। वहीं बताया जा रहा है कि यह ट्रेक पूरा होने पर जिले में औद्योगिक विकास भी तेजी से होगा। जिला एवं उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक राजशेखर पांडे का कहना है कि चूंकी सिंगरौली में कोल का गढ़ है। ऐसे में सीधी सुविधा शुरू होने से जिले में कोलवेस्ट इकाईयां स्थापित करने में मदद होगी। साथ ही इसी रूट पर सतना, कटनी से लिंक होने पर सीमेंट एवं गे्रनाइट का काम बढ़ेगा। क्यों कि जिले में ग्रेनाइट की तमाम खदानें है।