बच्चों को नही मिल रहा लाभ: शासन द्वारा बच्चों को उचित पोषण देने के हिसाब से नाश्ता और खाने का समय निर्धारित किया है। लेकिन समूह संचालक अपने फायदें को देखते हुए नाश्ता और खाना एक साथ लेकर जाते है। ऐसे में बच्चों के नाश्तें का समय निकल जाता हैं और खाना भी समय से उपलब्ध नही होता है। जबकि डॉक्टरों की सहाल अनुसार बच्चों के नाश्ते और खाने में एक निर्धारित समय का फैसला होना चाहिए। इन समूहों की लापरवाही के कारण शासन की इस योजना की मंशा ही पूरी नही हो पा रही है।
मिल रही थी शिकायतें: विदित हो कि इस संबंध में विभाग के साथ ही वरिष्ठ अधिकारियों को लगातार शिकायतें मिल रही थी। समूह संचालकों की इन शिकायतों को देखते हुए कलेक्टर ने विभाग को निर्देश दिए थे, कि लापरवाही करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए। इसके बाद विभाग ने समूहों की राशि भुगतान में कटौती शुरू कर दी है।
कहते है अधिकारी: लगातार मिल रही शिकायतों के बाद लापरवाही करने वाले समूहों पर कार्रवाई शुरू की गई है। जो समूह नाश्ता और खाना साथ-साथ ला रहे है, उनको केवल नाश्ते का भुगतान किया जा रहा है। वहीं जो केवल खाना देकर जा रहे है, उनकी राशि में भी कटौती की जा रही है।- डीएस मीणा, जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग, टीकमगढ़।