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90 फीसदी निकाल ली थी शाला निर्माण की राशि, १९ करोड़ की लागत से बनाए जाने थे स्कूल भवन

locationटीकमगढ़Published: Feb 22, 2020 12:19:27 pm

Submitted by:

akhilesh lodhi

जिले में १९ करोड की लागत से प्राथमिक और माध्यमिक शालाओं के ६२९ भवनों का निर्माण किया जाना था। जिसमें ९० फीसदी राशि को सरपंच और सचिवों ने निकालकर गबन कर दिया है।

 On the instructions of the Collector, a four-member team formed to collect the amount by registering the RRC case

On the instructions of the Collector, a four-member team formed to collect the amount by registering the RRC case

टीकमगढ़.जिले में १९ करोड की लागत से प्राथमिक और माध्यमिक शालाओं के ६२९ भवनों का निर्माण किया जाना था। जिसमें ९० फीसदी राशि को सरपंच और सचिवों ने निकालकर गबन कर दिया है। जहां २९ भवन अधूरे पड़े तो कई भवनों का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है। जहां कलेक्टर के निर्देश पर आरआरसी प्रकरण दर्जकर गबन की गई राशि वसूली जा रही है।
प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल भवन निर्माण के लिए शासन ने सरपंच और सचिवों को करोडों की राशि का आवंटन किया था। ६२९ भवनों का निरीक्षण किया गया। जिसमें ६०० भवनों का कुछ हद तक निर्माण कार्य पूर्ण दिखाई है। वहीं २९ भवनों की ९० फीसदी राशि को निकालकर गबन कर दिया है। जिसमें कु छ भवन अधूरे पड़े तो का निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया। सब इंजीनियर और बीआरसीसी सहित चार सदस्यी टीम ने जिम्मेदारों पर प्रकरण दर्जकर जिला पंचायत सीईओ के पास मामला पहुंचा दिया है। लापरवाह सभी निर्माण एजेंसियों से निर्माण की राशि ब्याज सहित वसूलने का कार्य किया जा रहा है।
निर्माण किया गया शून्य, वसूली हुई शुरू
डीपीसी ने बताया कि प्राथमिक और माध्यमिक के भवनों निर्माणों को शून्य कर दिया है। जो भवन हैंड़ओवर कर दिए है। उनका मूल्याकंन करना शुरू कर दिया है। जो भवन अधूरे पड़े है उन्हें कलेक्टर के निर्देश पर शून्य कर दिया है। टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले में वसूली और कार्रवाई के लिए टीम का गठन किया गया है। जिसमें सबइंजीनियर और बीआरसीसी को नियुक्त किया गया है। जिनके द्वारा तत्कालीन सरपंच और सचिवों के खिलाफ आरआरसी का प्रकरण दर्जकर राशि की वसूली की जा रही है। इसके साथ ही शासन को वह राशि ब्याज सहित वासप की जा रही है।
२९ भवनों का नहीं किया गया निर्माण
वर्ष २००६-०७ में सर्व शिक्षा अभियान के तहत प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में करोड़ों रुपए की लागत से ६२९ भवनों को निर्माण की स्वीकृति दी गई थी। जिसमें से ६०० के करीब स्कूलों का भवन निर्माण किया गया था। इसके साथ ही बाकी २९ भवन निर्माण अधूरे पड़े हुए है। जिसमें बनयानी, कन्नपुर, कमलनगर, बसतगुवां, गुचाई, हरपुरा मंडिया, श्यामपुरा सहित आधा दर्जन से अधिक भवनों का १४ वर्षो से अभी तक कार्य शुरू नहीं किया गया।

कार्य शुरू नहीं ९० प्रतिशत निकाल ली राशि
प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों का निर्माण करने के लिए करोड़ों रुपए राशि दी गई थी। लेकिन जिम्मेदारों ने निर्माण कार्य शुरू नहीं करके पहले ही ९० प्रतिशत राशि को निकाल कर गबन कर दिया है। जिसके कारण दिगौड़ा, लक्ष्मनपुरा, हनौता, देवपुर, इमलाना, भेला, हैदरपुर, मडख़ेरा, डारा, मझगुवां, अलोपा, राजेंद्र नगर, तगैड़ी, क मलनगर, बसतगुवां, कन्नपुर, गुचाई सहित अन्य स्कूलों के भवन अधूरे पड़े हुए है।
आज भी अधूरे, दिए गए नोटिस
१४ वर्ष पहले भवन निर्माण के लिए करोड़ों रुपए राशि दी गई थी। लेकिन जिम्मेदारों ने उसका सद्पयोग न करके दुरूपयोग कर दिया है। जिसके कारण १६ भवन अधूरे पड़े हुए है। जिसकी राशि १ करोड़ ३३ लाख रुपए बताई जा रही है। विभाग द्वारा कार्य निर्माण में देरी के कारण नोटिस भी जारी किए गए। जिसमें ब्याज सहित २ करोड़ २२ लाख रुपए वसूले गए है।
फैक्ट फाइल
वर्ष २००६-०७ स्वीकृत प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल – ६२९
पूर्ण निर्माण – ६००
निर्माणधीन स्कूल – २९
अभी तक शुरू नहीं हुआ – ०५
कुल राशि – १९ करोड़ ५२ लाख रुपए
गबन प्रतिशत – ९०
सरपंच और सचिवों से वसूली गई राशि – २ करोड़ ५२ लाख रूपए
इनका कहना
कलेक्टर के निर्देश तत्कालीन सरपंच और सचिवों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। निर्माण की राशि को ब्याज सहित वसूला जा रहा है। एक महीने में २ करोड़ की राशि को वूसला गया है। जो शासन को वापस कर दी है।
हरिश्चंद्र दुबे डीपीसी सर्व शिक्षा अभियान टीकमगढ़।
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