ओरछा के श्रीरामराजा मंदिर के साथ ही पूरे परिसर के विकास की योजना तैयार की गई है। निवाड़ी कलेक्टर तरूण भटनागर ने बताया कि श्रीरामराजा मंदिर परिसर में स्थित ऐतिहासिक महत्व की तमाम इमारतों को संरक्षित करते हुए पूरे परिसर का विकास किया जाएगा। इसमें फूलबाग, हरदौल बैठका, सावन-भादौ, टकसाल के साथ ही अन्य परिसरों को विकसित किया जाएगा। इसमें यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए प्रसाद कांउटर, कंट्रोल रूम, पार्क आदि का निर्माण किया जाएगा।
ऊपर बनेगा पथ, नीचे दुकानें
कलेक्टर भटनागर ने बताया कि प्रतिदिन शयन आरती के बाद भगवान को अयोध्या छोडऩे के लिए उन्हें पाताली हनुमान मंदिर ले जाया जाता है। ऐसे में इस परंपरा के लिए मंदिर से हनुमान मंदिर तक विशेष पथ बनाया जाएगा। यह पथ पुल की तरह होगा और इनके नीचे दोनों ओर दुकानें होंगी। वहीं श्रद्धालुओं के प्रवेश के लिए नीचे से मार्ग रहेगा। उन्होंने बताया कि मंदिर के निकासी द्वार को भी व्यवस्थित किया जाएगा। वहीं फूलबाग में स्थित पुराने पत्थर के विशाल कटोरे को संरक्षित करते हुए यहां पर सुंदर पार्क विकसित किया जाएगा।
फिर चलेगा हरदौल बैठका का फुब्बारा
ओरछा राजवंश की पहचान और लोक देवता के रूप में पहचाने जाने वाले लाला हरदौर के बैठका की भी तस्वीर बदली जाएगी। यहां पर राजशाही दौर के फुब्बारे को फिर से दुरूस्त कर उसे चलाया जाएगा। साथ ही सावन-भादौ के पास पत्रिका मिलान की जगह बनाई जाएगी। यहां पर कार्ड देने के लिए भी व्यवस्था की जाएगी। कलेक्टर ने बताया कि श्रीरामराजा धर्मशाला को दो मंजिला करने का प्लान है। इसे बीच के परिसर में सुंदर गार्डन विकसित किया जाएगा। वहीं मंदिर परिसर में गार्डन की व्यवस्था होगा।
अनुमति मिलते ही शुरू होगा काम
कलेक्टर भटनागर ने बताया कि इसके लिए पूरी कार्ययोजना तैयार कर ली उसका नक्शा और डिजाइन तैयार की गई है। इसे शासन के पास अनुमति को भेजा गया है। वहां से प्रस्ताव को मंजूरी मिलते ही काम शुरू किया जाएगा। उनका कहना था कि इसके लिए शासन स्तर से भी प्रयास किए जा रहे है। पूरे परिसर को व्यवस्थित करने के लिए पर्यटकों के लिए आकर्षक बनाया जाएगा।