मलेरिया अधिकारी का कहना था कि कोराना काल के बाद इस बाीमारी में कमी आई थी। अब उसको बढऩ़े से रोकने के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने बताया कि जहां पर ज्यादा मरीज सामने आए हैए वहां पर नियमित रूप से दवाओं का छिड़काव कराया जा रहा है। इसके साथ ही रात के समय फाइलेरिया के संदिग्धों की जांच की जा रही है।
टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले के आंकड़े
क्रमांक 2021 के आंकड़े 2022 के आंकड़े जांचे लक्ष्य
डेंगू 296 13 63
मलेरिया 06 02 169044
फ ाइलेरिया 232 100 2750 ४२०० इनका कहना
पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष डेंगू, मलेरिया और फ ाइलेरिया के मरीजों में राहत मिली है। विभाग द्वारा लगातार जांचों की संख्या बढ़ाई जा रही है। उसके लिए शहरीय और ग्रामीण स्तर के लिए टीमों का चयन किया गया है। फाइलेरिया बीमारी सबसे खतरनाक है, जिसकी दवाओं को खिलाया जा रहा है।
हरिमोहन रावत जिला मलेरिया अधिकारी टीकमगढ़।