सोमवार को टीकमगढ़ विधानसभा के ग्राम अस्तौन में बैठक का आयोजन किया गया। यहां पर ग्रामीणों ने सबसे ज्यादा जोर सिंचाई के संसाधनों एवं पर्याप्त लाईट की व्यवस्था करने पर दिया। अस्तौन के भगवानदास लोधी का कहना था कि किसानों को कुछ मिले या मिले, खेती के लिए पर्याप्त पानी की जरूरत को पूरा किया जाए। वहीं शेर सिंह एवं राजाराम लोधी का कहना था कि खेती के समय में 24 घंटे लाईट की व्यवस्था भी होनी चाहिए। वहीं राकेश एवं कोमल का कहना था कि सरकार किसानों एवं खेती के नाम पर जितनी योजनाएं बना रही है, यदि वह सभी जमीन पर सही तरीके से क्रियान्वित हो जाए, तो समस्या ही दूर हो जाए। इसके साथ ही किसानों ने गांव में अच्छे स्कूलों की भी बात कहीं।
पलेरा में मांगी स्वास्थ्य सेवाएं: खरगापुर विधानसभा के पलेरा के ग्राम लहरबुजुर्ग में हुई बैठक में भी किसानों ने खेती के लिए पर्याप्त पानी की मांग की। इसके साथ ही किसानों का कहना था कि गांव में प्राथमिक स्तर की तमाम स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध होनी चाहिए। किसान धर्मपाल अहिरवार का कहना था कि अधिकांश किसान ज्यादा पढ़े लिखे नही होते है। थोड़ी सी बीमारी पर ही पूरा परिवार परेशान हो जाता है। वहीं लक्ष्मन का कहना था कि ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा और स्वास्थ्य महत्ती आवश्यकता है। किसान मंजू, राजेन्द्र, हरिकिशन का कहना था कि खेती के लिए पर्याप्त पानी और स्वास्थ्य किसानों की मुख्य समस्या है। इस पर किसी के द्वारा ध्यान नही दिया जाता है। बैठक में सुरेश कुमार, राहुल, हल्ले, सिद्दीकी खान सहित अन्य किसान उपस्थित रहे।
ग्रामीण क्षेत्रों में हो मूलभूत सुविधाएं: निवाड़ी विधानसभा की ओरछा तहसील के ग्राम मड़ोर में लोगों ने मूलभूत सुविधाओं की बात कहीं। मड़ोर निवासी भगवत यादव का कहना गांव में शिक्षा के उचित प्रबंध होने चाहिए। हाईस्कूल न हो से बच्चों को परेशानी होती है। वहीं संजू यादव का कहना है कि गांव में पशु उपचार की समुचित व्यवस्था हो। गंाव में जहां नए पशु चिकित्सालय का निर्माण नही हो पाया है, वहीं पशु चिकित्सक न होने से पशु पालक परेशान होते है। अनिल यादव गांव में पर्याप्त पेयजल एवं सिंचाई के लिए पानी की बात कह रहे है तो ऋषि यादव ने परिवहन के लिए सड़कों की समुचित व्यवस्था न होने की बात कहीं। वहीं रविन्द्र्र यादव ने ग्रामीण अंचलों में स्वच्छता के लिए प्रयास करने की बात कहीं।
बिजली और स्वास्थ्य सेवाओं की दरकार: वहीं जतारा विधानसभा के ग्राम बम्हौरीकलां में हुई बैठक में लोगों ने ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली और स्वास्थ्य सेवाओं के मुद्दों को प्रभावी तरीके से उठाया। गांव की सरपंच सेवा अहिरवार का कहना था कि ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली अब भी प्रमुख समस्या है। ग्राम पंचायत कलरा में विद्युत सब स्टेशन स्थापित किया जाना चाहिए। उन्हांने गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की व्यवस्था करने की भी मांग की है। वहीं लखन कुशवाहा ने गांव ने भी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के साथ ही हाई स्कूल खोले जाने की बात कहीं है। बैठक में संजय सिंह राजावत, ऋषि सिंह, सुखलाल कुशवाहा, लखन कुशवाहा, रामपाल, रामसहाय यादव, हरिचंद अहिरवार, चिंतान्तामन अहिरवार, कमला अहिरवार, रामकली, कला यादव सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।
सिंचाई के स्थाई साधनों की हो व्यवस्था: पृथ्वीपुर विधानसभा के जलंधर ग्राम में आयोजित बैठक में ग्रामीणों ने सिंचाई के लिए स्थाई साधन निर्मित करने की बात कहीं। ग्रामीणों का कहना था कि यदि किसानों को खेती के लिए पर्याप्त सिंचाई सुविधाएं मिल जाए तो गांव की तस्वीर बदल जाएग। गांव के आशीष पुजारी का कहना था कि आजादी के 70 साल बाद भी खेती मानसून का जुआ बनी हुई है। वहीं रामनाथ अहिवार, गुलाब यादव आदि का कहना था कि गांव में मुख्य व्यवसाय खेती है। खेती के नाम पर सरकार नारे तो बहुत दे रही है, लेकिन खेती की मूलभूत आवश्यकताओं के लिए काम नही हो रहे है। बैठक में नत्थू साहू, सन्नी खान, मनोज रावत, सुनील रैकवार, धर्मेन्द्र कुशवाहा सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।