टीकमगढ़

धूल के गुबार के बीच रहने को मजबूर दिगौड़ावासी

कुर्राई से दोह तक टीकमगढ़.झांसी हाइवे की हालत खस्ताहाल बनी हुई है। इन गांवों के बीच सड़क के उखडऩे और जगह-जगह गड्ढे होने से लोग परेशान है। आलम यह है कि विभाग द्वारा इस सड़क में सुधार कार्य के नाम पर मुरम डाल दी गई है।

टीकमगढ़Nov 27, 2022 / 07:58 pm

akhilesh lodhi

People are worried due to the pits and road uprooting on the highway

टीकमगढ.कुर्राई से दोह तक टीकमगढ़.झांसी हाइवे की हालत खस्ताहाल बनी हुई है। इन गांवों के बीच सड़क के उखडऩे और जगह-जगह गड्ढे होने से लोग परेशान है। आलम यह है कि विभाग द्वारा इस सड़क में सुधार कार्य के नाम पर मुरम डाल दी गई है। ऐसे में हर समय धूल उडऩे से लोग परेशान बने हुए है।
टीकमगढ़.झांसी हाईवे कहने को तो एनएच में चला गया है, लेकिन इसकी हालत किसी ग्रामीण पगडंडी की तरह हो गई है। इस मार्ग पर पडऩे वाले ग्राम कुर्राई, प्रेमनगर, दिगौड़ा और दोह तक सड़क की हालत खराब बनी हुई है। इस सड़क पर बड़े.बड़े गड्ढ़े हो जाने से बारिश में यहां से निकलना मुश्किल हो रहा था। ऐसे में आए दिन हो रही दुर्घटनाओं के बाद विभाग द्वारा इन गड्ढों को भरने के लिए इसमें पत्थरों के साथ मुरम डाल दी गई है। ऐसे में अब यह मुरम भारी वाहनों के आने.जाने से गुबार बन कर उड़ रही है। ऐसे में दिगौड़ा कस्बें के साथ ही अन्य गांवों के लोग इससे परेशान है। आलम यह है कि दिगौड़ा कस्बें में इस मार्ग पर दुकानों का संचालन करने वाले लोग परेशान बने हुए है। वहीं रहवासी भी परेशान है। लोगों की माने तो लगातार उडऩे वाली धूल से लोगों को श्वांस संबंधित शिकायतें होने लगी है।
सहायक सड़कें भी जर्जर
यह हाल केवल टीकमगढ़.झांसी हाईवे का नहीं हैए बल्कि इसकी सहायक सड़कें भी जर्जर बनी हुई है। झांसी से लिधौरा से लेकर धामना तिराहा तक सड़क उखड़ गई है। उसमें वाहनों की आवाजाही से धूल के गुब्बारे उडऩे लगे है। जिससे रहवासियों के घरों में धूल की परत जमने लगी है। इससे स्थानीय लोगों की परेशानियां बढ़ गई है।
पानी का किया जाए छिड़काव
सड़कों से उडऩे वाली धूल को कम करने के लिए लोगों ने पानी के छिड़काव की मांग की है। लोगों का कहना है कि जब तक यह सड़क पूरी तरह से बनकर तैयार नहीं हो जाती हैए जब तक इस पर पानी का छिड़काव कराया जाए। इससे धूल की समस्या कम हो।

Home / Tikamgarh / धूल के गुबार के बीच रहने को मजबूर दिगौड़ावासी

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.