अवैध दु कानों की दवाओं से किसानों को हो रहा नुकसान
जिले में ५५ कीटनाशक दवा दुकानों का रजिस्टेशन कृषि विभाग में दर्ज है। वहीं बीज की दुकानों का रजिस्टेशन १२० से अधिक है। जबकि टीकमगढ़ जिले में ही ३०० से अधिक कीटनाशक और ५०० से अधिक बीजों की दुकानों का संचालन हो रही है। लेकिन कृषि विभाग के अधिकारी और कर्मचारी द्वारा किसानों को नुकसान से बचाने का कार्य नहीं कर रहे है। जिसके कारण किसानों को पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी अमानकता का सामना करना पड़ेगा।
कृषि विभाग नहीं करता बोवाई के पहले नहीं करता तैयारी
किसान मुखिया राजपूत, रामनरेश यादव, सुखदीन अहिरवार और राजेश कुशवाहा का कहना था कि किसानों द्वारा खरीफ सीजन की तैयारियां एक महीने पहले कर ली जाती है। उसके बाद बीजों और दवाओं का उपयोग किया जाता है। लेकिन कृषि विभाग द्वारा बोवाई के बाद तैयारियां की जाती है, अगर सैम्पल लिए भी जाते है तो उनकी रिपोर्ट महीनों बाद आती है। जिसके कारण किसानों को नुकसान का सामना करना पड़ता है। मामले से जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारी जानकारियां देने से बच रहे है।
फैक्ट फाइल
टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले में कुल कीटनाशक लायसेंस-५५
टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले में कुल बीज लायसेंस- १२०
टीकमगढ़ का कुल प्रस्तावित रकवा- २३१३५० हेक्टेयर
निवाड़ी का कुल प्रस्तावित रकवा- 79५४० हेक्टेयर
टीकमगढ़ निवाड़ी
धान - १००० हेक्टेयर धान - ०१५० हेक्टेयर
मक्का - ०.१५० हेक्टेयर मक्का - ०.१०० हेक्टेयर
ज्वार - ०.५०० हेक्टेयर ज्वार - ०.०५० हेक्टेयर
उड़द - १३२३५० हेक्टेयर उड़द - २9०५० हेक्टेयर
मूंग - २.०५०० हेक्टेयर मूंग - १००० हेक्टेयर
अरहर - ०.५०० हेक्टेयर अरहर - ०.४०० हेक्टेयर
तिल - १५००० हेक्टेयर तिल - ३५०० हेक्टेयर
मंूगफली - ६६7०० हेक्टेयर मूंगफली - ४५०9० हेक्टेयर
सोयाबीन - १३१०० हेक्टेयर सोयाबन - ०.२०० हेक्टेयर
इनका कहना
अभी बैठक में हूं। उसके बाद बात करता हूं।
डीके जाटव प्रभारी उपसंचालक कृषि किसान कल्याण टीकमगढ़।
जिले में ५५ कीटनाशक दवा दुकानों का रजिस्टेशन कृषि विभाग में दर्ज है। वहीं बीज की दुकानों का रजिस्टेशन १२० से अधिक है। जबकि टीकमगढ़ जिले में ही ३०० से अधिक कीटनाशक और ५०० से अधिक बीजों की दुकानों का संचालन हो रही है। लेकिन कृषि विभाग के अधिकारी और कर्मचारी द्वारा किसानों को नुकसान से बचाने का कार्य नहीं कर रहे है। जिसके कारण किसानों को पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी अमानकता का सामना करना पड़ेगा।
कृषि विभाग नहीं करता बोवाई के पहले नहीं करता तैयारी
किसान मुखिया राजपूत, रामनरेश यादव, सुखदीन अहिरवार और राजेश कुशवाहा का कहना था कि किसानों द्वारा खरीफ सीजन की तैयारियां एक महीने पहले कर ली जाती है। उसके बाद बीजों और दवाओं का उपयोग किया जाता है। लेकिन कृषि विभाग द्वारा बोवाई के बाद तैयारियां की जाती है, अगर सैम्पल लिए भी जाते है तो उनकी रिपोर्ट महीनों बाद आती है। जिसके कारण किसानों को नुकसान का सामना करना पड़ता है। मामले से जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारी जानकारियां देने से बच रहे है।
फैक्ट फाइल
टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले में कुल कीटनाशक लायसेंस-५५
टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले में कुल बीज लायसेंस- १२०
टीकमगढ़ का कुल प्रस्तावित रकवा- २३१३५० हेक्टेयर
निवाड़ी का कुल प्रस्तावित रकवा- 79५४० हेक्टेयर
टीकमगढ़ निवाड़ी
धान - १००० हेक्टेयर धान - ०१५० हेक्टेयर
मक्का - ०.१५० हेक्टेयर मक्का - ०.१०० हेक्टेयर
ज्वार - ०.५०० हेक्टेयर ज्वार - ०.०५० हेक्टेयर
उड़द - १३२३५० हेक्टेयर उड़द - २9०५० हेक्टेयर
मूंग - २.०५०० हेक्टेयर मूंग - १००० हेक्टेयर
अरहर - ०.५०० हेक्टेयर अरहर - ०.४०० हेक्टेयर
तिल - १५००० हेक्टेयर तिल - ३५०० हेक्टेयर
मंूगफली - ६६7०० हेक्टेयर मूंगफली - ४५०9० हेक्टेयर
सोयाबीन - १३१०० हेक्टेयर सोयाबन - ०.२०० हेक्टेयर
इनका कहना
अभी बैठक में हूं। उसके बाद बात करता हूं।
डीके जाटव प्रभारी उपसंचालक कृषि किसान कल्याण टीकमगढ़।