मामले की जानकारी देते हुए एसडीओपी प्रदीप सिंह राजावत ने बताया कि पांच माह पूर्व 27 जनवरी को मोहनगढ़ थाने के ग्राम गौर में बसस्टैंड के पास रामस्वरूप सोनी आग ताप रहा था। उसी समय पर किसी ने उस पर मिट्टी का तेल डाल दिया था। आग के पास बैठे रामस्वरूप सोनी के ऊपर जैसे ही मिट्टी का तेल पड़ा वह आग की लपटों से घिर गया। इसके बाद अज्ञात आरोपी उसके पर्स में रखे 10 हजार रुपए के साथ ही उसका मोबाइल लूट कर ले गए थे। घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंची डायल 100 पुलिस ने रामस्वरूप को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया था। यहां से उसे उपचार के लिए झांसी मेडीकल भेज दिया गया था। यहां पर उपचार के दौरान रामस्वरूप की मौत हो गई थी। पुलिस ने इस मामले में धारा 302, 307 एवं 379 का मामला दर्ज कर लिया था।
यह था मामला: एसडीओपी राणावत ने बताया कि घटना के समय मृतक रामस्वरूप अपने साथी कमलेश उर्फ बंटी नायक एवं केहर सिंह निवासी कुछी तथा पप्पू खंगार निवासी गौर के साथ बैठकर आग ताप रहा था। रामस्वरूप शराब के नशे में था। रामस्वरूप ने उसी समय अपनी जेब से पर्स निकाल कर रुपए गिने और पप्पू खंगार को 200 रुपए शराब लाने के लिए दिए। इसके बाद इन लोगों ने फिर से शराब पी। कुछ देर बाद कमलेश नायक ने पप्पू खंगार को तमाचा मार कर भगा दिया। कुछ समय बाद केहर सिंह यादव ने केरोसिन लाकर रामस्वरूप सोनी के ऊपर डाल दिया और आग लगा दी। इसके बाद उसके रुपए और मोबाइल लेकर भाग गए। घटना के बाद पुलिस ने मृतक के जब्त कपड़ों का एफ एसएल सागर से रासायनिक परीक्षण कराया था। इसमें केरोसिन के अवशेष पाए गए थे।
आरोपी को किया गिरफ्तार: तमाम जांच एवं सूचनाओं के बाद पुलिस ने आरोपी कमलेश नायक को उसके घर से गिरफ्तार कर पूछताछ की तो उसने पूरा जुर्म कुबूल कर लिया। विदित हो कि कमलेश नायक के खिलाफ मोहनगढ़ थाने में विभिन्न धाराओ के एक दर्जन मामले दर्ज हैं। आरोपी की गिरफ्तारी में पुलिस टीम में थाना प्रभारी मुकेश सिंघई, उपनिरीक्षक घन्नू सिंह, प्रधान आरक्षक मनोज गिरी, आरक्षक रणजीत एवं विष्णु शामिल रहें। पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया ने टीम को पुरूस्कृत करने की बात कहीं हैं।