पुर्नविचार का रोड़ा भी आ रहा सामने
रूट निर्माण व्यवस्था की राह में पुर्नविचार भी आडे आ रहा हे। दरअसल रूट आंवटन के बाद कुछ टैक्सी ई- रिक्सा संचालनों ने इस पर आपत्ति जातई है। कहा था कि रूटों की लम्बाई कम है। और उन पर सवारियों भी कम मिलती है। यह शिकायत यातायात पुलिस को दी गई। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
इन बांटे थे रूट
यातायात पुलिस द्वारा शहर और बस स्टेण्ड से ग्रामीण क्षेत्रों में जाने वाली 600 टैक्सियों को नम्बर के साथ कलर दिए गए है। जिसमें शहर में चलने वाली टैक्सियों को पीला, सागर और कुण्डेश्वर रोड़ पर चलने वाली रोड़ टैक्सियों को हरा,जतार और बल्दवेगढ रोड़ पर चलने वाली टैक्सियों को नीला और झांसी रोड़ पर चलने वाली टैक्सियों पर ऑरेंज कलर पर नम्बर दिए गए है। लेकिन यह नम्बर वाहनों पर दिखाई नहीं दे रहे है।
फैक्ट फायल
शहर में चलने वाली कुल टैक्सी-600
शहर के कुल रूट -5
शहर में चलने वाली टैक्सियों का ऑरेंज कलर
सागर और कुण्डेश्वर रोड़ पर चलने वाली टैक्सियों का हरा कलर का नम्बर सहित
जतारा और बल्देवगढ़ रोड़ पर चलने वाली टैक्सियों का नीला कलर
झांसी रोड पर चलने वाली टैक्सियों का ऑरेंज कलर
इनका कहना
शहर में चलने वाली टैक्सियों को रूट बांट दिए गए है। इसके साथ सिटी और ग्रामीण क्षेत्रों में जाने वाली टैक्सियों को कलर के साथ नम्बर दिए गए है। अगर किसी भी टैक्सी पर नम्बर और कलर नहीं है तो जांच कर चालानी कार्रवाई की जाएगी।
उत्तम सिंह कुशवाह प्रभारी यातायात टीकमगढ़।