तीनों की मृत्यू में खरगूं द्वारा जादू टोटका करवाने का शक होने से बदले की भावना को लेकर कमलेश ने चाचा मुन्ना के लड़के आनंद को गोप खिरक बुलाया और साथ ही आनन्द की पत्नी को 7 माह का गर्भपात भी हो गया। उन दोनों को खरगू पर शक था कि उसके पीछे यह जादू टोना करके परिवार के लोगों को मारने में लगा हुआ है। फि र इसी शक के आधार पर बदले की भावना से 20 अप्रेल को इसे मारने की योजना बनाई और जैसे ही रात्रि में प्याज के खेत में चारपाई पर खरगूं सो रहा था। तभी कमलेश व आनन्द ने रात्रि 1 बजे रस्सी से गला रेत कर उसकी हत्या कर दी। पूछतांछ में दोनों आरोपियों ने जुर्म कबूल किया। इस सनसनीखेज हत्याकाण्ड के खुलासेे में एसडीओपी संतोष पटैल, उपनिरीक्षक गौरव राजौरया, एसआई जयराम कुशवाहा, उपनिरीक्षक बलराम सिंह यादव, बेदप्रकाश पटैरिया, एएसआई केडी यादव, देवेंद्र तिवारी, यतेंद्र दुबे, नवजोत सिंह बाजवा, अजय, संदीप सिकरवार, कुमार सानू, मानवेन्द्र सिंह की अहिम भूमिका रही। एसपी ने बताया कि सक्रिय भूमिका निभाने वाली सम्पूर्ण पुलिस जांच दल को दस हजार रुपए गद इनाम से पुरस्कृत किया जाएगा।