बस स्टैंड रोड के भी हालात खराब
बस स्टैंड और कलेक्ट्रेट रोड पर एक वर्ष में कई बार लत्ता लपेड़ी का पेंचवर्क किया गया। लेकिन वह कुछ ही महीनों में उखड़कर निकल जाता है। जो लोगों के लिए सिर दर्द शुरू हो जाता है। टैक्सी चालक देवेंद्र कड़ा, रामसेवक कुशवाहा, प्रदीप राय के साथ राशिद खान का कहना था कि प्रतिदिन सुबह से दोनों सड़कों पर दो से तीन राउंड लगाता हूं। गड्ढ़ों में वाहन फंस भी जाते है। जिनमें टूट फूट हो जाती है। जिसमें नुकसान तो हो ही जाता है। इसके साथ ही चौटिल भी हो जाते है। लेकिन उन गड्ढ़ों को भरने का स्थाई समाधान नहीं किया जाता है।
ढोंगा रोड के भी हाल बेहाल
स्थानीय प्रकाश अहिरवार और दीपेंद्र यादव ने पॉलीटेक्निक पानी टंकी के पास से नाली निर्माण स्थानीय मोहल्लों की सुविधाओं के लिए निर्माण की गई है। लेकिन उससे आवागमन वाले लोगों के लिए समस्या बन गई है। सड़क पर बने रफटा का गंदाा पानी खत्म ही नहीं होता। इसके साथ ही नूतन विहार कॉलोनी बौरी हनुुमानसागर रोड भी गड्ढ़े में तब्दील है। जो सड़क तालाब की तरह भरी रहती है।