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दिन में पम्पों की बंद रहती विद्युत सप्लाई तो टल सक ती थी आगजनी की घटनाएं

locationटीकमगढ़Published: Apr 06, 2020 08:39:12 pm

Submitted by:

akhilesh lodhi

रबी फसल किसानों को आर्थिक तंगी से मजबूत करती है। जिसकी सुरक्षा के लिए किसानों ने पत्रिका के माध्यम से दिन में विद्युत सप्लाइ्र बंद करने की मांग उठाई थी।

 Power company did not warn despite farmers' demand and news of magazine

Power company did not warn despite farmers’ demand and news of magazine

टीकमगढ़.रबी फसल किसानों को आर्थिक तंगी से मजबूत करती है। जिसकी सुरक्षा के लिए किसानों ने पत्रिका के माध्यम से दिन में विद्युत सप्लाइ्र बंद करने की मांग उठाई थी। लेकिन विद्युत कम्पनी द्वारा उनकी मांग को हसिए पर रख दिया। जिसके कारण जिले में एक दर्जन से अधिक आग की घटनाएं घटित हो चुकी है। जिनमें किसानों को लाखों का नुकसान हुआ है।
१५ दिनों में १५ से अधिक आग से गेहूं की फसलों और घरों को राख कर दिया है। यह घटनाएं विद्युत लाइन के शॉर्ट सर्किट से हुई है। कोई ११ हजार केव्ही तो कोई पम्पों की लाइन के फाल्ट से घटनाएं घटी है। जिसमें कई एकड गेहूं की फसल जलकर राख हो गई है। इसके साथ ही देरी और पृथ्वीपुर के सकेरा खुर्द के मकान में आग लग गई थी। जिसमें नकदी के साथ गृहस्थी का सारा सामान जलकर खाक हो गया है। वहां न तो नजदीक नगर परिषद की फायर बिग्रेड पहुंच पाई और न ही ग्रामीणों द्वारा खेती के यंत्रों से आग पर काबू पाया गया। अगर समय रहते दिन में पम्पों की लाइन को बंद किया गया होता तो खरगापुर तहसील के देरी, जतारा तहसील के कंदवा, लिधौरा तहसीलल के बम्हौरी बराना, पलेरा तहसील के अलोपा, बम्हौरीकलां और पृथ्वीपुर तहसील के सकेरा खुद में आग की घटनाएं नहीं घटती। जिसमें किसानों को लाखों का नुकसान हुआ है।

१६ मार्च को किसानों की मांग पर पत्रिका ने प्रकाशित की थी खबर
विद्युत कम्पनी द्वारा प्रत्येक महीने कई प्रकार से लाइनों का रखरखाव किया था। इसके बाद भी बिजली के मकडजाल और शॉर्ट सर्किट की संख्याओं में इजाफा होता रहा है। जिम्मेदारों ने यह भी निर्देश दिए थे कि किसी भी जेई, लाइनमेन के साथ अन्य अधिकारियों के क्षेत्र में शॉर्ट सर्किट की घटनाएं होती है तो उस जिम्मेदार पर कार्रवाई की जाएगी। लेकिन उनके द्वारा किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई। विभाग की लापरवाही को देखते हुए किसानों ने १६ मार्च को विद्युत कम्पनी को पम्प की विद्युत सप्लाई को बंद करने की मांग की थी। जिसकी खबर का प्रकाशन पत्रिका ने किया था।

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