पंजीयन कराने पहुंचे तब हुआ था खुलासा
किसाना किसान प्रकाश, सुदामा, रतीराम, मथुरा, बिट्टी, मुकेश, रमेश, काशीराम, मंजू, कमल क ुम्हार, भगवान सिंह, मोनो राजा ,श्रीराम यादव, महेश यादव, रघुवीर यादव पंजीयन कराने के लिए गए थे। पंजीयन केंद्र संचालक द्वारा बताया गया कि इस नाम से पंजीयन हो गया है। मामले की शिकायत संबंधित विभाग से की गई। तब मामले की जांच जिला स्तर पर की गई। जहां ११३ पंजीयन केंद्रों से ९३ फर्जी किसानों के नाम सामने आए है। कलेक्टर ने बैठक में जांच के साथ कार्रवाई करने के निर्देश दिए है।
इनका कहना
मामले में कई शिकायतें आई है। ऐसे कई किसानों की सूची भी बनाई गई है। जिनकी जमीन कम और पंजीयन अधिक का बनवाया गया है। इसके साथ ही कुछ किसानों पर कार्रवाई भी की जा रही है। ऐसे फर्जी किसानों के खिलाफ कार्रवाई जल्द ही की जाएगी।
विकास आनंद डिप्टी कलेक्टर एवं जिला प्रभारी खाद्य टीकमगढ़।