किसी का छन्ना तो किसी की सीधी हो रही तुलाई
फुटेर के शिवनगर, पलेरा के आलमपुरा, बड़ागांव धसान के ककरवाहा, डिकोली, जतारा के दिगौड़ा, मुहारा, बडागांव खुर्द, कुमरऊ खिरिया, बम्हौरी बराना और लिधौरा के साथ अन्य खरीद केंद्र पर कई बार छन्ना लगाया जा रहा है। वहीं सैकड़ों किसानों का गेहूं बगैर छन्ना लगाए खरीद किया जा रहा है। जिसकी शिकायतें सीएम हेल्पलाइन के साथ एसडीएम और कलेक्टर से शिकायतें की गई है। जबकि खरीद की सारणी में गेहूं १ अप्रेल से आज तक एक भी क्विंटल अनाज फैल नहीं किया गया है।
यह है खरीद की स्थिति
जिले में १८ लाख क्विंटल गेहूं खरीद का लक्ष्य रखा गया है। १५ अप्रेल तक २ लाख, १६ हजार ११९ किलो ३२ ग्राम अनाज ६ हजार २९ किसानों द्वारा समर्थन मूल्य में बेचा गया है। खरीद में ना तो गुणवत्ता देखी जा रही है और ना ही वेयर हाउसों में गेहूं जमा करने के लिए स्वीकृति पत्रक देने के लिए अधिकारी पहुंच रहे है।
इन विभागों की है जिम्मेदारी
उपार्जन एजेंसी नागरिक आपूर्ति निगम, मप्र वेयर हाउसिंग एण्ड लॉजिस्टिक्स कार्पेरेशन, जिला विपणन अधिकारी, खाद्य विभाग, उपायुक्त सहकारिता विभाग, महाप्रबंधक जिला सहकारी बैंक, कृषि विभाग, कृषि उपज मंडी सचिव और नजूल विभाग के अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है।
इनका कहना
लगातार खरीद केंद्रों का निरीक्षण किया जा रहा है। उनकी मनमानी को रोका जाएगा। शासन के निर्देशों पर ही कार्य किा जाएगा। अगर सर्वेयरों और समिति प्रबंधकों द्वारा अमानक गेहूंं की खरीद की जा रही है तो जांच की कार्रवाई की जाएगी। तहसीलदारों को निरीक्षण करने के निर्देश दिए जाएगें।
विकास आनंद डिप्टी कलेक्टर एवं प्रभारी खाद्य विभाग टीकमगढ़।