जल्दी बोई गई थी खरीफ की फसल
जिले में खरीफ की फसलों की बोवनी जून के अंत में क ी गई थी। किसानों ने कम अवधि की फसलों को बोया गया था। जिसके कारण उड़द और मूंग के फल पक गए है। इसके साथ ही समय के अनुसार पेड़ों में फसलों के फल सूख गए है। लगातार छह दिनों की बारिश के कारण सूखें फलों से नए अंकुर निकलना शुरू हो गया है। जिसके कारण किसानों की चिंता बढ़ गई है। वहीं आसमान में घेने काले बादल छाए हुए है।
बीज और दवा पर खर्च हो चुके लाखों रूपए
किसान भक्तराम यादव, अशोक अहिरवार, भूपेंद्र रैकबार ने बताया कि खरीफ सीजन में सोयाबीन-उड़द की बोवनी के बीज की कमी होने से किसानों ने जैसे-तैसे महंगे दामों में बीज खरीदकर व्यवस्थाएं की और हजारों रुपए की दवा खरीदकर बीजोपचार भी कर चुके है। वहीं खरीफ की फसल की कटाई इंतजार है। लगातार बारिश होने के करण किसानों को बीज और दवा पर लाखों रुपए का नुकसान उठाना पडेगा
जिले में अब तक हुई बारिश पर नजर
कुल वर्षा 936.7 मिलीमीटर
ब्लांक अब तक बारिश
टीकमगढ़ 861 मिमी
बल्देवगढ़(खरगापुर) 519 मिमी
जतारा(मोहगढ़,लिधौरा) 825 मिमी
पलेरा 701 मिमी
निवाड़ी 1108 मिमी
पृथ्वीपुर 1142 मिमी
ओरछा 1401 मिमी
खरीफ की बोनी का लक्ष्य
फैक्ट फायल
जिले का कुल भूगोल- 5 लाख 4000 हेक्टेयर
बोवनी खरीफ वर्ष 2018 का लक्ष्य -2 लाख 31 हजार 580 हेक्टेयर
सोयाबीन 30 हजार हेक्टेयर
उड़द- 1 लाख 33 हजार हेक्टेयर
मूंग-8 सौ 33 हेक्टेयर
मंूगफली 19 हेक्टेयर