शुक्रवार को नोहटा निवासी नीलम प्रजापति 32 वर्ष ने जहांगीर महल की पांचवीं मंजिल से खुदकुशी के इरादे से छलांग लगा दी। लेकिन उसकी किस्मत में मौत नहीं थी और वह चौथी मंजिल के बुर्ज पर आकर फंस गई। जैसे ही यहां पर मौजूद अन्य पर्यटकों ने जब यह देखा तो पुलिस को सूचना दी। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के पहुंचने के साथ ही नीलम के के परिजन भी यहां पहुंच गए और उसे समझाईश देने लगे। लेकिन नीलम नहीं मान रही थी। वह खुद का जीवन खत्म करने की बात कह रही थी।
पति की मौत ने कर दिया था परेशान
बताया जा रहा है कि नीलम मूल रूप से मऊरानीपुर की निवासी है। वहीं उसकी पति अमित अहिरवार नोहटा का निवासी था। अमित अहिरवार फोटोग्राफी का काम करता था और एक शादी समारोह में दोनों की मुलाकात हुई थी। यह मुलाकात प्रेम में बदली तो दोनों ने परिजनों के विरोध के बाद भी विवाह कर लिया। पिछले वर्ष फरवरी माह में विवाह होने के बाद दोनों अपने-अपने परिवार से दूर रहने लगे। वहीं 16 मई को उसके पति अमित का झांसी का पास एक्सीडेंट हो गया और वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
गुरुवार की रात को उपचार के दौरान अमित की झांसी मेडीकल कॉलेज में मौत हो गई। पति का गम नीलम सहन नहीं कर सकी और घर से बिना बताए सीधे ओरछा पहुंच गई। यहां पर जब नीलम के मायके पक्ष के लोगों ने उसे फोन किया तो नीलम ने ओरछा आने की जानकारी नहीं दी और बस रोते-रोते आत्महत्या करने की बात कही। इस पर परिजनों ने उसे वीडियोकॉल किया तो उन्हें ओरछा के मंदिर दिखाई दिए। ऐसे में वह नीलम को बचाने सीधे ओरछा की ओर भागे।
बातों में उलझाकर निकाला बाहर
वहीं महिला को बाहर निकालने के लिए पुलिस ने सूझबूझ से काम लिया। महिला को तलाशते हुए मौके पर पहुंच परिजनों से उसे बातों में उलझाए रखने को कहा। इसके बाद उसकी खास सहेली को बुलाकर उसे समझाईश दिलाई। इस बीच पुलिस महिला के रेस्क्यू करने की तमाम तैयारियां करती रही। रेस्क्यू की सारी तैयारियां हो जाने पर महिला की सहेली को पहले नीचे उतारा गया और उसने उसे सांत्वना देते हुए गले से लगा लिया। इस बीच मौका पाकर एक के बाद एक पुलिस के जवान रस्सी के सहारे बुर्ज पर पहुंचे और महिला को सुरक्षित रूप से बाहर निकाला गया।
वीडियो-फोटो लेने का कर रही थी विरोध
पति की मौत से दुखी महिला यहां पर वीडियो-फोटो लेने का विरोध कर रही थी। वह धमकी दे रही थी कि यदि किसी ने भी उसकी फोटो ली तो वह कूद जाएगी। वह तो पांचवीं मंजिल से कूदने से उसके पैर में फै्रक्चर आ गया था और वह दर्द से हिल भी नहीं पा रही थी। ऐसे में पुलिस ने सभी के मोबाइल बंद कराने के साथ ही लोगों को यहां से नीचे कर दिया था। महिला का सुरक्षित बाहर निकलने के बाद पुलिस ने उसे उपचार के लिए झांसी भेज दिया है।