जर्जर हो चुकी सड़कें
ग्रामीण क्षेत्रों को मुख्य सड़कों से जोडऩे के लिए प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री सड़कों को बनाया गया है। यह सड़कें वाहन सहित ८ टन से अधिक वजन नहीं झेल सकती। उससे अधिक वजन पर यह सड़कें टूटने की स्थिति में आ जाएगी। लेकिन इन दिनों रेत कारोबारियों द्वारा ८ टन की सड़क से ३० से ४० टन वजनी डम्परों को निकाला जा रहा है। जो समय के पहली ही टूट रही है। जहां ग्रामीणों के साथ ठेकेदारों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
इनका कहना
जिले में ३७३ ग्रामीण प्रधानमंत्री सड़क ों की डिजाइनिंग की गई है। इन सड़कों से ८ टन से अधिक वजनी वाले वाहनों का परिवहन होता है। जिससे सड़कें टूट रही है। सड़कों को बचाने और उन वाहनों को रोकने के लिए प्रशासन को पत्र दिया गया है।
सत्येंद्र श्रीवास्तव जीएस ग्रामीण प्रधानमंत्री सड़क परियोजना टीकमगढ़।