जनता को गुमराह कर रहे शिवराज: इसके पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ वीरेन्द्र कुमार के निवास के सामने जब पत्रकारों ने पूछा कि मुख्यमंत्री ने एससीएसटी एक्ट पर बिना जांच के मामला दर्ज न करने की बात कहीं है, तो त्रिवेदी का कहना था कि जब कानून ही बन गया तो उन्हें अधिकार ही नही है, इस पर बोलने का। यह न्यायालय और पुलिस के अधिकारों का अतिक्रमण है। मुख्यमंत्री इतने सालों से मुख्यमंत्री है, उन्हें पता होना चाहिए कि अब ऐसा बोलकर जनता को गुमराह नही कर सकते। जब तक सरकार इसे वापस नही लेती है, संघर्ष जारी रहेगा।
भाजपा की संस्कृति को प्रकट कर रहे केन्द्रीय मंत्री: हीरालाल त्रिवेदी ने केन्द्रीय महिला बाल विकास मंत्री वीरेन्द्र कुमार के कथित रोहिंग्या वाले बयान पर कहा कि यह भाजपा की संस्कृति को प्रकट कर रहे है। उनका कहना था कि देश में 64 प्रतिशत सामान्य, पिछड़ा एवं अल्प संख्यक वर्ग है, उसे यह रोहिंग्य कह रहे है। यह संस्कृति का अपमान है। उनका कहना था कि वर्तमान सरकारें समाज की समरता को प्रभावित कर रही है। आज देश की अखण्डता और एकता खतरे मेंं है। आज देश के लोगों को इन अवसरवादी राजनैतिक पार्टियों के विरोध में एकजुट होकर देसे जनप्रतिनिधियों को चुनना चाहिए, तो देश की न्याय पालिका जैसे सर्वोच्च संस्थाओं का सम्मान बरकरार रख सके।
गंदगी को साफ करने गंदा होना पड़ेगा: सपाक्स के चुनाव लडऩे की बात पर त्रिवेदी ने कहा कि जब संसद में यह कानून पास हो रहा था, उस समय किसी ने हमारा पक्ष नही रखा। अब जब जनता उठ खड़ी हुई है, तो तरह-तरह की बाते कहीं जा रही है। उनका कहना था कि लोकतंत्र में वोट सबसे बड़ी मजबूती है। जनता अपने वोट की कीमत जानती है। इस गंदगी को साफ करने के लिए हमें गंदी नाली में उतरना होगा, इसलिए हम चुनाव लड़ेंगे। वहीं नरोत्तम मिश्रा द्वारा यह करने पर कि सपाक्स उनका काम कर रही है, पर त्रिवेदी का कहना था कि नरोत्तम मिश्रा और शिवराज सिंह चौहान जनता को भ्रमित कर रहे है।
छाबनी बना केन्द्रीय मंत्री का आवास: सपाक्स की रैली को देखते हुए केन्द्रीय मंत्री वीरेन्द्र कुमार के निवास पर बड़ी मात्रा में पुलिस बल तैनात किया गया था। यहां पर एएसपी एसके जैन खुद मोर्चा संभाल रहे थे। यहां पर रैली के पहुंचने के साथ ही टीआई नवल आर्य डीजी को जल्दी आगे ले जाने के लिए युवाओं से उलझते दिखाई दिए। पुलिस बल के लगभग आधा सैकड़ा जवानों ने मंत्री के बंगले को कवर कर रखा था। इसके साथ ही यहां पर वज्र वाहन एवं फायर बिग्रेड की भी व्यवस्था की गई थी।