scriptसपाक्स केवल सवर्णों का नहीं, इसमें सबकी भागीदारी | Sapaks Opinion polls | Patrika News

सपाक्स केवल सवर्णों का नहीं, इसमें सबकी भागीदारी

locationटीकमगढ़Published: Oct 24, 2018 03:42:11 pm

Submitted by:

anil rawat

विभिन्न राजनैतिक दल यह भ्रम फैला रहे है कि सपाक्स केवल सवर्णों का संगठन है। यह अफवाह पूरी तरह निराधार है।

Sapaks Opinion polls

Sapaks Opinion polls

टीकमगढ़. विभिन्न राजनैतिक दल यह भ्रम फैला रहे है कि सपाक्स केवल सवर्णों का संगठन है। यह अफवाह पूरी तरह निराधार है। सपाक्स केवल सवर्णों का नही इसमें समाज के हर वर्ग की भागीदारी है। यह संगठन सबके सहयोग से ही आज खड़ा हुआ है। यह बात सपाक्स के प्रदेशाध्यक्ष और बुंदेलखण्ड प्रभारी डॉ केएल साहू ने कहीं। वह मंगलवार को जिले में रायशुमारी के लिए आए हुए थे।
मंगलवार को सपाक्स समाज संस्था के प्रदेश अध्यक्ष डॉ केएल साहू, बुंदेलखंड प्रभारी पवन राजावत और प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य एसके धिमोले ने जिले के सपाक्स कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने संगठन की आगामी गतिविधियों की जानकारी दी। साथ ही जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में संगठन का विस्तार करने के निर्देश दिए। प्रदेश अध्यक्ष केएल साहू ने बताया कि सपाक्स के सदस्यता अभियान में युवाओं और महिलाओं को जोडना हमारी पहली प्राथमिकता है। स्थानीय सदस्यता शुल्क 10 रुपए, सक्रिय सदस्यता शुल्क 1 हजार और सहयोग निधि के विकल्प खुले रहेंगे। उन्होंने कहा कि संगठन में 12वीं पास और स्नातक लोगों को ज्यादा से ज्यादा जोडना है। जिससे सपाक्स के प्रति लोगों की सोच एक पढ़े-लिखे संगठन के तौर पर विकसित की जा सके। बुंदेलखंड प्रभारी पवन राजावत ने कहा कि सपाक्स को लेकर एक भ्रांति यह भी फैलाई जा रही है कि यह संगठन आरक्षण विरोध है। जबकि हमारा संगठन केवल आर्थिक आधार पर आरक्षण देने की मांग कर रहा है जो व्यवस्था पिछड़ा वर्ग के लिए क्रीमीलेयर के नाम पर पहले से ही लागू है। क्रीमीलेयर से ऊपर वाले पिछड़ा वर्ग के परिवारों को सिर्फ वोट के लिये जातिगत आधार पर पिछड़ा बोला जा रहा है, जबकि उन्हें पिछड़ा वर्ग का होने का कोई लाभ ही नहीं मिलता है।

इसलिए सपाक्स जातिगत व्यवस्थाएं ख़त्म कर आर्थिक आधार पर आरक्षण और एट्रोसिटी एक्ट में सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को लागू किए जाने की मांग करता है।ताकि समाज में बढ़ती जातिगत वैमनस्यता को समाप्त किया जा सके। सपाक्स के सिद्धांतों से अनुसूचित जाति और अनुसूचित जन जाति के भी गरीब परिवारों को लाभ होगा। उन्हें जाति के आधार पर वर्गीकृत किए जाने की भी जरुरत नहीं होगी । उन्होंने स्थानीय पदाधिकारियों से कहा कि इस बारे में ज्यादा से ज्यादा लोगों को अवगत कराया जाए। जिससे सभी वर्गों के लोगों को जोड़ा जा सके।
आम राय से चुनेंगे प्रत्याशी: सपाक्स के प्रदेश पदाधिकारियों ने चर्चा के दौरान कहा कि आगामी चुनाव में प्रत्येक विधानसभा में प्रत्याशी उतारने की तैयारी की जा रही है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि प्रत्याशी ऊपर से थोपा नहीं जाएगा। स्थानीय विधानसभा के सपाक्स पदाधिकारी आपस में बैठकर किसी एक व्यक्ति के नाम को लेकर आम राय बनाकर सुझाव दें। आप लोगों के सुझाव के आधार पर ही प्रत्याशी का चयन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले हम अपना संकल्प पत्र भी जनता के बीच रखेंगे। जिसमें सभी बिंदुओं को उजागर किया जाएगा। संकल्प पत्र के आधार पर ही हम जनता के बीच खड़े होंगे।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो