इसलिए सपाक्स जातिगत व्यवस्थाएं ख़त्म कर आर्थिक आधार पर आरक्षण और एट्रोसिटी एक्ट में सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को लागू किए जाने की मांग करता है।ताकि समाज में बढ़ती जातिगत वैमनस्यता को समाप्त किया जा सके। सपाक्स के सिद्धांतों से अनुसूचित जाति और अनुसूचित जन जाति के भी गरीब परिवारों को लाभ होगा। उन्हें जाति के आधार पर वर्गीकृत किए जाने की भी जरुरत नहीं होगी । उन्होंने स्थानीय पदाधिकारियों से कहा कि इस बारे में ज्यादा से ज्यादा लोगों को अवगत कराया जाए। जिससे सभी वर्गों के लोगों को जोड़ा जा सके।
आम राय से चुनेंगे प्रत्याशी: सपाक्स के प्रदेश पदाधिकारियों ने चर्चा के दौरान कहा कि आगामी चुनाव में प्रत्येक विधानसभा में प्रत्याशी उतारने की तैयारी की जा रही है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि प्रत्याशी ऊपर से थोपा नहीं जाएगा। स्थानीय विधानसभा के सपाक्स पदाधिकारी आपस में बैठकर किसी एक व्यक्ति के नाम को लेकर आम राय बनाकर सुझाव दें। आप लोगों के सुझाव के आधार पर ही प्रत्याशी का चयन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले हम अपना संकल्प पत्र भी जनता के बीच रखेंगे। जिसमें सभी बिंदुओं को उजागर किया जाएगा। संकल्प पत्र के आधार पर ही हम जनता के बीच खड़े होंगे।