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सूर्य को अध्र्य दिए बिना भगवान का पूजन नही करना चाहिए

locationटीकमगढ़Published: Feb 01, 2019 06:16:21 pm

Submitted by:

anil rawat

कलश यात्रा के साथ शिव महापुरा का शुभारंभ

Shiva Mahapura

Shiva Mahapura

टीकमगढ़. सूर्य को अध्र्य दिए बिना भगवान का पूजन नही करना चाहिए। हमारे धर्म में केवल दो देवता ही ऐसे है, जिन पर सीधा जल अर्पित किया जाता है। सूर्य और भगवान शंकर। यह बात बनारस से पधारे शिव महापुराण वाचक राधेश्याम व्यास ने पहले दिन की कथा प्रारंभ करते हुए कहीं। शुक्रवार से स्थानीय महावीर कॉलोनी में शिव महापुराण एवं शिव परिवार प्रतिष्ठा का कार्यक्रम शुरू हो गया।
महावीर कॉलोनी में शिव महापुराण एवं शिव परिवार प्रतिष्ठा कार्यक्रम का शुभारंभ कलश यात्रा के साथ किया गया। कलश यात्रा का शुभारंभ एमपीईबी कॉलोनी स्थित शिव मंदिर से किया गया। कलश यात्रा में धजरई त्रिदेव मंदिर के महंत एवं बुंदेलखण्ड पीठाधीश्वर सीताराम दास महाराज, झीर की बगिया के महाराज के साथ ही कथा वाचक राधेश्याम व्यास भी उपस्थित रहे। यहां पर बड़ी संख्या में माताएं-बहिनें कलश लेकर चली। शिव मंदिर से कलशों का विधिवत पूजन कर महिलाओं ने सिर पर रखा। इसके बाद यह यात्रा महावीर कॉलोनी पहुंची। यहां पर कलश स्थापना के साथ ही शिव महापुराण का पूजन किया गया। शिव महापुराण राजेश साहू अपने सिर पर रखकर चल रहे थे।

सूर्य को अध्र्य अनिवार्य: वहीं पहले दिन की कथा का शुभारंभ करते हुए राधेश्याम व्यास ने कहा कि ***** धर्म में केवल सूर्य एवं भगवान शिव को ही जल अर्पित किया जाता है। भगवान शंकर भी सूर्य देवता को अध्र्य देते है। वह भी अमृत का। भगवान शिव सूर्य देवता के उदय होने पर सबसे पहले उन्हें ेअमृत का अध्र्य देते है। इसलिए इस बेला को अमृत बेला भी कहा जाता है। इसके साथ ही राधेश्याम व्यास जी ने कथा में होने वाले महात्वपूर्ण अध्यायों को संक्षेप में बता कर कहा कि इन सबकों कथा के दौरान विस्तार से बताया जाएगा। उन्होंने श्रोताओं से नित्य प्रति कथा में शामिल होकर धर्मलाभ लेने की अपील की।
रात्रि को हुई रासलीला: इसके साथ ही रात्रि के समय वृंदावनधाम से आई रासलीला मंडली ने अपनी प्रस्तुती दी। आयोजन समिति के संजय नायक एवं जीतू सेन ने बताया कि यह आयोजन 9 जनवरी तक लगातार चलेगा। इसके बाद 10 जनवरी को भगवान शिव की परिवार सहित प्राण-प्रतिष्ठा की जाएगी। 11 जनवरी को आयोजन स्थल पर ही भंडारे का आयोजन किया जाएगा। संजय नायक ने सभी धर्मप्रेमियों से आयोजन में शामिल होने की अपील की है। कलश यात्रा में मुख्य रूप से तारकेश्वर त्रिपाठी, हर्षवद्र्धन यादव, दीपक शुक्ला, नीरज बिदुआ, शिवम तिवारी, सोनू पारस, गौरव शर्मा, अमित श्रीवास्तव, अरविंद खेवरिया, रूपेश तिवारी बंटी सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।

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