रविवार को श्रीरामराजा मंदिर की छठा ही अलग थी। हर कोई भगवान के विवाह को लेकर उत्साहित था तो मंडप की हल्दी का रंग हर किसी के गालों पर खिल रहा था। पूरे ओरछा नगर में भगवान के विवाह के मंडप की धूम देखने को मिल रही थी। यहां पर आने वाले हर भक्त भगवान की हल्दी के रंग में रंगने को आतुर दिखाई दे रहा था। दोपहर को राजभोग की आरती के बाद कलेक्टर तरूण भटनागर ने अपनी पत्नी के साथ मंडप की पूजन की रस्म अदा की।
इसके बाद उन्हें तुलसीघरा का पूजन और फिर पुजारियों के साथ भगवान के मेर(कुल देवता) के कमरें में पहुंच कर पूजन किया। यहां पर भगवान से धन्य-धान्य की कामना की गई। इसके बाद मंडप की पंगत का आयोजन किया गया। इस अवसर पर एसपी तुषारकांत विद्यार्थी, एसडीएम, तहसीलदार, भाजपा जिलाध्यक्ष अखिलेश अयाची, नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि शिशुपाल राजपूत, सीएमओ निरंकार पाठक, पवन दुबे, अमित चतुर्वेदी सहित अनेक लोग उपस्थित रहे। वहीं पूरे दिन ओरछा में वीआईपी लोगों का आना-जाना लगा रहा।
भगवान को चढ़ी हल्दी
मंडप के बाद पुजारियों ने भगवान की हल्दी की रस्म पूरी की। यहां पर पुजारियों ने भगवान को मलयागिरि चंदन, केशर, कपूर और हल्दी लेप किया। भगवान को हल्दी लगने के बाद यही हल्दी श्रद्धालुओं को लगाने के लिए बाहर भेजे गई। यहां पर पहुंच रहे हर श्रद्धालु को पुजारियों द्वारा हल्दी लगाई जा रही थी। श्रद्धालु भी भगवान की हल्दी में रंगने के लिए लालायित दिखाई दे रहे थे। यह हल्दी लेकर श्रद्धालु पूरे प्रांगण में खेलते रहे और अपने परिचितों को भी भगवान की हल्दी लगाते दिखे। ऐसे लग रहा था कि मानो हर कोई इसी पल का इंतजार कर रहा था। इस दौरान यहां पर सुरक्षा को तैनात पुलिस के जवान भी अपने गालों पर भगवान की हल्दी लगे दिखाई दिए।
सरकार के खाम के पांच सौ नई लगत
भगवान के मंडप के बाद जब विवाह के लिए खाम लगाने का समय आया तो मंदिर का बढ़ाई खाम लेकर पहुंचा और कलेक्टर तरूण भटनागर को सौंपने लगा। इस पर कलेक्टर से खाम का नेंग देने को कहा गया तो वह उसे पांच सौ रुपए देने लगे। ऐसे में बाढ़ई ने कहा कि सरकार के ब्याव के खाम के पांच सौ नई लगत। फिर दोनों के बीच नेंग को लेकर तकरार होती रही और और बाद में कलेक्टर ने बढ़ी हुआ नेग दिया।
खूब हुआ गाना-बजाना
मंडप के पूजन को लेकर बड़ी संख्या में महिलाएं मंदिर प्रांगण में पहुंची थी। महिलाओं ने प्रांगण में बैठकर मंडप और हल्दी पर गाए जाने वाले बुंदेली गीत गाए। हरे बांस मंडप छाए, सिया जू खो राम ब्याहन आए और बन्ना खो चढ़ गओ हल्दी तेल, बन्ना मोरो पीरो पर गयो री, बन्ना के आजुल चतुर सुजान बन्ना खो गोदी ले लो री, सहित तमाम गीतों ने ओरछा का माहौल खुशगवार होता दिखाई दिया। वही युवतियों और महिलाओं ने अपने दुल्हा सरकार के मंडप के अवसर पर जमकर नृत्य किया।
60 हजार श्रद्धालु ने पाया प्रसाद
वहीं मंडप की रस्म के बाद पहले मंदिर के अंदर पुजारियों, अतिथियों ने प्रसाद ग्रहण किया इसके बाद श्रीरामराजा धर्मशाला में श्रद्धालुओं की पंगत शुरू की गई। शाम 4 बजे के लगभग से शुरू हुई यह पंगत रात 1 बजे तक चली। तहसीलदार संदीप शर्मा ने बताया कि यहां पर लगभग 60 हजार श्रद्धालुओं को प्रसाद ग्रहण कराया गया।
लाल रंग की पोषाक पहनेंगे दुल्हा सरकार
आज विवाह पंचमी के अवसर पर श्रीरामराजा सरकार लाल रंग की पोषाक पहनेंगे। यह पोषाक रविवार की रात को ही तैयार कर मंदिर पहुंचा दी गई है। भगवान की पोषाक बनाने वाले कारीगर राजेश नामदेव ने बताया कि यह पोषाक दो दिन में बनकर तैयार हुई है। इस पोषाक पर सितारे जड़े हुए है और पीले रंग की गोट के साथ ही पीला बाडर रखा गया है। इस पोषाक को बनाने में 25 मीटर कपड़ा लगा है। विदित हो कि श्रीरामराजा सरकार वैसे दिनों के हिसाब से विभिन्न रंगों की पोषाक धारण करते है, लेकिन विवाह पंचमी पर विशेष पोषाक तैयार कराई जाती है।
आज निकलेगी बारात, 12 बजे खुलेंगे पट
आज सोमवार को भगवान श्रीरामराजा सरकार की बारात का आयोजन किया जाएगा। बारात को लेकर पूरी ओरछा नगरी सज कर तैयार हो चुकी है। इसके साथ ही मंदिर प्रबंधन ने भी सरकार की बारात के लिए पुरानी मशालों, त्रिकोण, चमर आदि को निकाल कर उनकी पालकी तैयार कर ली है। आज सोमवार को शाम 7 बजे श्रीरामराजा श्रद्धालुओं को दुल्हा सरकार के रूप में दर्शन देंगे। आज मंदिर के पट दोपहर 12 बजे खुलेंगें। इसके बाद 2 बजे बंद हो जाएंगे। शाम को पट खुलने के बाद भगवान की आरती होगी और फिर बारात निकलेगी।