श्रीराम-जानकी विवाह महोत्सव: राम विवाह के रंग में रंगा ओरछा
बन्ना खो चढ़ गयो हल्दी-तेल, बन्ना मोरो पीरो पर गयो री

टीकमगढ़/ओरछा. श्रीराम-जानकी विवाह महोत्सव के दूसरे दिन ओरछा में मंडप एवं हल्दी की रस्म अदा की गई। मंदिर के पुजारियों ने आचार्यों एवं अधिकारियों की उपस्थिति में विधि-विधान से भगवान श्रीराम के विवाह के लिए मंडप डाला और इसके साथ ही भगवान को हल्दी चढ़ाई गई। वहीं पुजारियों ने भगवान के कुल देवता के समक्ष जाकर मेर का पूजन किया।
शुक्रवार को श्रीरामराजा मंदिर के साथ ही पूरे ओरछा भगवान के विवाह के मंडप की धूम रही। यहां पर आने वाले हर भक्त भगवान की हल्दी के रंग में रंगा था। दोपहर को मंडप के बाद शुरू हुई हल्दी की रस्म के बाद यहां पहुंचे हर श्रद्धालु को हल्दी लगाई गई। भगवान के विवाह समारोह के मंडप में पहुंचे श्रद्धालुओं ने मंदिर के बार जमकर नृत्य किया। खास कर महिला दुल्हा सरकार के मंडप को लेकर खासी उत्साहित दिखाई दी। ओरछा में पूरे दिन भगवान के मंडप का जश्र होता रहा।
खूब हुआ गाना-बजाना
मंडप के पूजन को लेकर बड़ी संख्या में महिलाएं मंदिर प्रांगण में पहुंची थी। कोविड के चलते मंदिर के अंदर प्रवेश की अनुमति न होने पर महिलाओं ने बाहर बैठकर ही मंडप और हल्दी पर गाए जाने वाले बुंदेली गीत गाए। हर बांस मंडप छाए, सिया जू खो राम ब्याहन आए और बन्ना खो चढ़ गया हल्दी तेल, बन्ना मोरो पीरो पर गयो री, बन्ना के आजुल चतुर सुजान बन्ना खो गोदी ले लो री, जैसे गीतों से मंदिर का महौल ही बदल गया था। वहीं महिलाओं ने अपने दुल्हा सरकार के मंडप पर जमकर नृत्य किया।
कलेक्टर ने की पूजा
मंडप के साथ तुलसी पूजन एवं भगवान के मेर का पूजन निवाड़ी कलेक्टर आशीष भार्गव ने खुद किया। वह दोपहर में ही ओरछा पहुंच गए थे। इसके साथ ही एएसपी प्रतिभा त्रिपाठी, तहसीलदार रोहित वर्मा के साथ ही उन्होंने विवाह पंचमी की तैयारियों का जायजा लिया। इसके बाद उन्होंने विधि-विधान से मंडप आदि का पूजन कराया। मंडप के पूजन के बाद सभी भक्तों को प्रसाद स्वरूप बूंदी वितरित की गई। विदित हो कि इस बार कोविड के कारण होने वाले सामुहिक पंगत को स्थगित कर दिया गया था। वहीं मंदिर के अंदर पुजारियों, अतिथियों एवं कर्मचारियों को पंगत कराकर रस्म निभाई गई।
सिंदूरी रंग की पोषाक पहनेंगे दुल्हा सरकार
आज विवाह पंचमी के अवसर पर श्रीरामराजा सरकार सिंदूरी रंग की पोषाक पहनेंगे। शुक्रवार को ही यह पोषाक तैयार कर मंदिर पहुंचा दी गई है। सिंदूरी कलर की इस पोषाक में विभिन्न रंगों के फूल एवं सितारों की कारीगरी है, साथ ही लाल रंग के गोटे से इसे संवारा गया है। भगवान की पोषाक बनाने वाले कारीगर राजेश नामदेव ने बताया कि इस पोषाक को विशेष रूप से तैयार किया गया है। विदित हो कि श्रीरामराजा सरकार वैसे दिनों के हिसाब से विभिन्न रंगों की पोषाक धारण करते है, लेकिन विवाह पंचमी पर विशेष पोषाक तैयार कराई जाती है।
आज निकलेगी बारात
वहीं आज भगवान श्रीरामराजा सरकार की बारात का आयोजन होगा। बारात को लेकर पूरी ओरछा नगरी सज कर तैयार हो चुकी है, वहीं मंदिर प्रबंधन ने भी पूरी तैयारियां कर ली है। आज बारात होने पर सरकार देर से श्रद्धालुओं को दर्शन देंगे। आज मंदिर के पट दोपहर 12 बजे खुलेंगे। इसके बाद 2 बजे बंद हो जाएंगे। शाम को पट खुलने के बाद भगवान की आरती होगी और फिर बारात निकलेगी।
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फूलों से सजा पूरा मंदिर
भगवान के विवाह को देखते हुए पूरे मंदिर को आकर्षक फूलों से सजाया गया है। बाहर से आए कारीगरों ने मंदिर के प्रवेश द्वार से लेकर पूरा आंगन एवं मंदिर को आकर्षक ढंग से सजाया है। इसके साथ ही मंदिर के ऊपर सजाई गई लाइट से मंदिर की सुंदरता और भी बढ़ गई है। शुक्रवार की देर शाम तक फूलों की सज्जा का कार्य होता रहा।
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