गर्मी का मौसम शुरू होते ही आए दिन आग लगने की घटनाएं सामने आ रही है। ढोंगा पर उद्योग केन्द्र के पास खाली पड़ी जमीन पर लंबे समय से कचरा फैंका जा रहा है। यह कचरा यहां पर स्थित कुछ उद्योगों केन्द्रों के संचालकों द्वारा फैंका जा रहा है। उद्योगों से निकलने वाले वेस्ट मटेरियल को इसी खाली ग्राउण्ड में फैंका जा रहा है। यहां पर प्लास्टिक के जूते-चप्पलों की कतरन, वायर की कटिंग के साथ ही अन्य सामान फैंका जा रहा है।
आग लगने से मची अफरा-तफरी: बुधवार को इस कचरे में अचानक से आग लग गई। दोपहर को लगी इस आग से आसपास के उद्योग केन्द्रों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। कुछ स्थानीय उद्योग संचालकों ने अपने उद्योगों में आग बुझाने के यंत्र लेकर इस पर काबू पाने का प्रयास भी किया। लेकिन गर्मी का समय होने के कारण यह आग काबू से बाहर होती गई और तत्काल ही इसकी सूचना फायर ब्रिगेड को दी गई। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने इस आग पर काबू पाया।
धुंआ-धुंआ हुआ क्षेत्र: इस आग के कारण निकला धुंआ पूरे औद्योगिक क्षेत्र में फैल गया। इसका धुंआ लोगों को बहुत दूर से दिखाई दे रहा था। वहीं आसपास के लोग भी मौके पर पहुंच गए। यहां से उठ रहे धुंए को देखकर लोग दूर से अंदाजा लगा रहे थे कि ढोंगा पर आग की कोई बड़ी दुर्घटना हो गई है। वह तो गनीमन रही कि आसपास कोई उद्योग स्थापित नही था, नही तो वह भी इस आग की चपेट में आ सकता था।
वेस्ट मटेरियल की नही व्यवस्था: उद्योग में संचालित अनेक उद्योग केन्द्र के संचालकों द्वारा निकलने वाले वेस्ट मटेरियल के संधारण के लिए कोई व्यवस्था नही है। यहां पर खुले में यह मटेरियल डाला जा रहा है। बताया जा रहा है कि यहां पर नारंग प्लास्टिक फैक्ट्री द्वारा निकलने वाला कचरा फैंका जा रहा था। इस मामले में उद्योग केन्द्र ने सभी संबंधित उद्योग संचालकों को नोटिस जारी करने की बात कहीं है।
की जाएगी व्यवस्था: इस संबंध में जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक राजशेखर पाण्डे का कहना है कि इसके लिए पूर्व में उद्योग संचालकों को नोटिस जारी किए गए थे। कुछ लोग अवैध तरीके से भी दूसरों को आवंटित जमीनों पर उद्योग संचालित कर रहे है। ऐसे 3 केस भी हाईकोर्ट में चल रहे है। उनका कहना है कि अभी यहां पर समुचित संसाधन उपलब्ध कराने शासन ने 2.5 करोड़ की राशि स्वीकृत की है। औद्योगिक क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं के लिए मिली इस राशि से आचार संहिता के बाद काम कराया जाएगा।
कहते है अधिकारी: इस संबंध में संबंधित उद्योग संचालिको को नोटिस जारी किया जाएगा। यहां की व्यवस्थाओं के लिए शासन से राशि स्वीकृत हुई है। जल्द ही मूलभूत सुविधाओं का विकास किया जाएगा।- राजशेखर पाण्डे, महाप्रबंधक, जिला उद्योग केन्द्र, टीकमगढ़।