कर्मचारियों ने लगाया शटर का ताला
किले के मैदान में जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में किसानों की भीड़ भाड़ पैसे निकालने के लिए लगी हुई थी। किसान महेश अहिरवार, संतोष विश्वकर्मा और जयपाल यादव ने बताया कि सरकारी खरीद में गेहूं बेचा गया था। उसकी रकम निकालने के लिए बैंक के दरवाजा के पास सुबह १०.१५ बजे आ गया था। बैंक में कर्मचारी तो जा रहे थे। लेकिन किसानों को पैसा निकालने के लिए अंदर जाने नहीं दे रहे थे। बैंक वालों का कहना था कि कोरोना वायरस से बचने के लिए सोशल डिस्टेंस जरूरी है। लेकिन बाहर सोशल डिस्टेंस ध्वस्त था।
उपभोक्ताओं ने ब्यां किया दर्द
बैंकों में आए उपभोक्ताओं का कहना था कि इन दिनों कोरोना वायरस फैल रहा है। वह वायरस नहीं फैले उसके लिए सोशल डिस्टेंस के साथ कुछ गज की दूरी बनाकर कार्य किया जाए। लेकिन यह सोशल डिस्टेंस बैंक प्रबंधन ध्वस्त कर रहे है। वायरस को बढावा देने से नहीं चूक रहे है। जो उपभोक्ता भीड़भाड़ में बाहर खड़े है वह बैंक कार्य के लिए अंदर जाएगें तो कर्मचारी कैसे सुरक्षित रहेगा।
जिला प्रशासन फैला रहा जागरूकता, बैंक कर रहा ध्वस्त
नगर के साथ जिले में जिला प्रशासन द्वारा कोरोना वायरस के प्रति जागरूक होने के लिए कई प्रकार के अभियान चला रहा है। पुलिस प्रशासन बगैर मास्क और दो से अधिक दो पहिया वाहन पर बैंठे लोगों पर कार्रवाई कर रहा है। लेकिन बैंक प्रबंधन इन सभी नियमों को ध्वस्त करता जा रहा है। सभी नियम बैंक दरवाजा पर पहुुंचते ही खत्म हो जाते है। जो आमजनों के साथ उन्हीं बैंक कर्मचारियों के लिए खतरा बन सकता है।