६४१० में से ५२७३ सीटें भरी, ११३७ सीटें पड़ी खाली
टीकमगढ़Published: Sep 10, 2023 07:31:11 pm
जिले के आठ महाविद्यालयों में बीए की सीटें फुल हो गई है। केवल बीएससी और बीकॉम की कक्षाएं की सीटें खाली रह गई है। अब बीए की सीटें बढ़ाने के लिए छात्र और विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने कॉलेज प्रबंधन को ज्ञापन दिया है।


Students who were deprived of admission in colleges will get another possible chance.
टीकमगढ़. जिले के आठ महाविद्यालयों में बीए की सीटें फुल हो गई है। केवल बीएससी और बीकॉम की कक्षाएं की सीटें खाली रह गई है। अब बीए की सीटें बढ़ाने के लिए छात्र और विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने कॉलेज प्रबंधन को ज्ञापन दिया है। अभी तक सीएलसी का छठवां राउंड पूर्ण हो गया है। अब सातवें राउंड की स्वीकृति मिलने के बाद चलाया जाएगा।
महाविद्यालयों में जून से प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई थी। आज तक प्रवेश के लिए छह राउंड पूर्ण हो गए है। उसके बाद भी सैकड़ों की संख्या में छात्र प्रवेश के लिए बाकी है लेकिन महाविद्यालयों में बीए की सीटें खाली नहीं है। सीटें बढ़ाने के लिए विद्यार्थी परिषद और छात्रों ने कॉलेज प्रबंधन को ज्ञापन दिया है। उनके ज्ञापन पर कॉलेज प्रबंधन द्वारा विचार किया जा रहा है। सोमवार के बाद प्रबंधन द्वारा उच्च शिक्षा विभग को पत्र लिखा जाएगा। उसके बाद सीटों को बढ़ाने का निर्णय लिया जाएगा।
६४१० है जिले में सभी बिषयों की सीटें
जिले के पीजी कॉलेज में १७८०, कन्या कॉलेज में ४००, लॉ कॉलेज में ७०, पलेरा कॉलेज में ८५०, जतारा में ११४०, मोहनगढ़ कॉलेज में ४४०, बल्देवगढ़ कॉलेज में ५७०, लिधौरा में ६६० सीटें दर्ज है। जिसमें बीए, एमए, एमकॉम, बीकॉम, बीएससी के साथ अन्य बिषय दर्ज है। हाल ही में बीए की जतारा में ३१ और पलेरा में ५४ सीटें खाली पड़ी है। सबसे अधिक सीटें बीएसी की सीटें खाली है।
कक्षा १२वीं के उत्तीर्ण छात्र हो रहे परेशान
हायर सेकंडरी की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद कॉलेजों में प्रवेश के लिए प्रयासरत बड़ी संख्या में छात्रों को अब तक बीए की कक्षाओं में प्रवेश नहीं मिल पाया है। यह समस्या टीकमगढ़ के कॉलेज में नहीं है। यह समस्या जिले के सभी साम कॉलेजों की बनी हुई है। जिसकी वजह से कॉलेज प्रबंधन द्वारा सांतवें चरण की को आयोजित करने की तैयारियां की जा रही है।
तीन महीने से चल रही है प्रवेश प्रक्रिया
कालेजों में प्रवेश के लिए प्रक्रिया जून महीने से शुरू हो गई थी। पहले सख्त तौर पर कहा गया था कि आनलाइन प्रवेश की एक चरण में प्रक्रिया होगी। इसके बाद सीएलसी के तीन चरण होंगे। इसके बाद प्रवेश नहीं मिलेगा। विभाग की इस सख्ती के चलते शुरुआती चरणों में प्रवेश हुए लेकिन बाद में छात्र कम संख्या में आने लगे। इस कारण अब सितंबर महीने के आखिरी तक प्रक्रिया अपनाने की तिथि घोषित की गई है। कहा जा रहा है कि यदि जरूरत पड़ी तो एक चरण और भी घोषित हो सकता है।