महाविद्यालय प्रबंधन द्वारा पिछले 7 वर्ष से बार कॉउसिंल ऑफ इंडिया में मान्यता एवं एफिलिएशन फीस का भुगतान नही किया गया है। इससे लॉ कॉलेज की मान्यता खतरें में पढ़ गई है। इस बात की जानकारी होने के बाद लॉ कॉलेज के छात्रों ने दिल्ली जाकर बार कॉउसिंल ऑफ इंडिया से शेष फीस आदि की जानकारी एकत्रित कर महाविद्यालय के प्राचार्य को दी थी। वहीं छात्रों ने इस संबंध में जिला प्रशासन से भी आवेदन देकर एफिलिएशन फीस जमा कराने की बात कहीं थी। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने महाविद्यालय प्राचार्य एमके नायक को निर्देश दिए थे कि वह उच्च शिक्षा विभाग से अनुमति लेकर यह फीस जमा कराए। उन्होंने छात्रों के भविष्य को देखते हुए जनभागीदारी समिति से यह शुल्क जमा कराने के भी निर्देश दिए थे।
महाविद्यालय उदासीन: लेकिन इस मामले में महाविद्यालय उदासीन बना हुआ है। छात्रों का आरोप है कि कलेक्टर के निर्देशन पर महाविद्यालय प्राचार्य ने उच्च शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर अनुमति तो मांगी है, लेकिन अब वह मौन साध गया है। उच्च शिक्षा विभाग में शुल्क जमा कराने के मामले में क्या हो रहा है, इसके लिए प्रयास नही किए जा रहे है। इसलिए इस मामले में अब तक कोई निष्कर्ष नही निकल सका है।
अन्य काम भी बंद: लॉ कॉलेज के छात्र संकल्प जैन सहित अन्य ने बताया कि महाविद्यालय में शौचालय सहित पेयजल की बड़ी समस्या है। इस संबंध में भी प्रशासन ने प्राचार्य से शौचालय का निर्माण कराने एवं पेयजल के लिए वाटर कूलर लगाने की बात कही थी। लेकिन कुछ नही किया गया है। कलेक्टर के निर्देशन पर शौचालय के लिए केवल गड्ढा खोद कर छोड़ दिया गया है, वहीं वाटर कूलर के लिए भी महाविद्यालय प्रबंधन मौन साधे हुए है।
चुनाव को लेकर रूके थे छात्र: विदित हो कि इस मामले में महाविद्यालय प्रबंधन की लापरवाही को देखते हुए लॉ कॉलेज के छात्रों ने लोकसभा चुनाव में मतदान न करने का मन बनाया था, लेकिन प्रशासन के आश्वासन एवं सहयोगात्मक रवैए को देखकर छात्रों ने मतदान का बहिष्कार न करने की बात कही थी और प्रशासन का पूरा सहयेाग किया था। वहीं एसडीएम एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी सीपी पटेल ने भी लॉ कॉलेज जाकर वहां पर शौचालय एवं पेयजल की असुविधा को लेकर मौका मुआयना कर प्राचार्य को इसकी व्यवस्था कराने के निर्देश दिए थे। लेकिन आज तक कुछ नही किया गया है। इससे नाराज छात्रों ने एक बार फिर से आंदोलन का मन बनाया है।
कहते है अधिकारी: इस संबंध में महाविद्यालय प्राचार्य से बात की जाएगी। छात्रों की तमाम समस्या का समाधान कराया जाएगा।- सीपी पटेल, एसडीएम, टीकमगढ़।