रविवार को जैसे ही दिल्ली के तब्लीगी जमात की सूचना लोगों तक पहुंची तो पूरे देश में खलबली सी मच गई। सरकार द्वारा इस जमात में शामिल हुए लोगों की जानकारी तत्काल ही संबंधित प्रदेशों के साथ ही जिलों में भेजी गई। सोमवार की देर शाम जैसे ही जिला प्रशासन को सूचा मिली कि स्थानीय स्टेट बैंक के बाजू में नायको के मोहल्ला के पास रहने वाले चार लोग जमात में शामिल होने दिल्ली गए थे, वैसे ही पूरी टीम यहां भेजी गई। रात्रि 10 बजे के लगभग बड़ी संख्या में पुलिस के साथ ही स्वास्थ्य अमला यहां पर पहुंचा और जमात में शामिल हुए लोगों से बात कर उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया।
इन लोगों ने बताया कि वह लोग 7 मार्च को जमात में गए थे और 11 मार्च को वापस लौट आए थे। वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम को भी इनमें कोई लक्षण नहीं मिले। इसके बाद प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से इन्हें 8 दिनों के लिए क्वारंटाइन कर दिया है।
विदेश से आई युवति की हुई जांच: वहीं मंगलवार को प्रशासन को जानकारी हुई थी कि स्थानीय ब्राह्मण कॉलोनी में निवास करने वाले दिलीप खरे की बेटी यूएस से वापस आई है। जानकारी होने पर टीम ने इनके घर पहुंच कर जानकारी ली। यहां पर बताया गया कि उनकी बेटी 23 फरवरी को यूएस से लौटी थी। डॉ विकास जैन ने बताया कि इनका 14 दिन का समय पूरा हो चुका है फिर से सुरक्षा के लिहाज से इनका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया है।