जलकुं भी ने जमाया कब्जा
शहर के लोगों का कहना था कि सैलसागर तालाब शहर की जान थी। उसके भराव से शहर में ठंडक और सुंदर दिखाई देता था। लेकिन देखते ही देखते चौराहा से लेकर आधे तालाब तक मकान निर्माण हो गए है। उन्ही मकानों से निकलने वाला गंदा पानी सैलसागर तालाब में जमा हो रहा है। उसकी गंदगी से जलकुंभी ने जन्म ले लिया है। जिसके कारण दुर्गंध फैली हुई है। इस दुर्गंध से कॉलोनियों में गंदा बातावरण फैला रहता है।
खतरे में है तालाबों का अस्तित्व
शहर के नजदीक सैलसागर तालाब, महेंद्र सागर तालाब, महाराजपुरा तालाब, हनुमान सागर तालाब, अनंतपुरा तालाब और नारगुडा तालाब, पपौरा तालाब अतिक्रमण की चपेट में आ गया है। कई तालाबों ने तो कचरे का रुप ले लिया है। उसी के कारण जलकुंभी ने जन्म लेकर कब्जा पानी में कब्जा कर लिया है। उसी से मलेरिया और डेंगू जन्म ले रहे है।
इनका कहना
उन तालाबों को सुरक्षित करने की योजना बनाई जा रही है। जल्द ही अतिक्रमणों को हटाया जाएगा और अतिक्रमण कारियों पर कार्रवाई की जाएगी।
चंद्रप्रकाश पटेल एसडीएम टीकमगढ़।
शहर के लोगों का कहना था कि सैलसागर तालाब शहर की जान थी। उसके भराव से शहर में ठंडक और सुंदर दिखाई देता था। लेकिन देखते ही देखते चौराहा से लेकर आधे तालाब तक मकान निर्माण हो गए है। उन्ही मकानों से निकलने वाला गंदा पानी सैलसागर तालाब में जमा हो रहा है। उसकी गंदगी से जलकुंभी ने जन्म ले लिया है। जिसके कारण दुर्गंध फैली हुई है। इस दुर्गंध से कॉलोनियों में गंदा बातावरण फैला रहता है।
खतरे में है तालाबों का अस्तित्व
शहर के नजदीक सैलसागर तालाब, महेंद्र सागर तालाब, महाराजपुरा तालाब, हनुमान सागर तालाब, अनंतपुरा तालाब और नारगुडा तालाब, पपौरा तालाब अतिक्रमण की चपेट में आ गया है। कई तालाबों ने तो कचरे का रुप ले लिया है। उसी के कारण जलकुंभी ने जन्म लेकर कब्जा पानी में कब्जा कर लिया है। उसी से मलेरिया और डेंगू जन्म ले रहे है।
इनका कहना
उन तालाबों को सुरक्षित करने की योजना बनाई जा रही है। जल्द ही अतिक्रमणों को हटाया जाएगा और अतिक्रमण कारियों पर कार्रवाई की जाएगी।
चंद्रप्रकाश पटेल एसडीएम टीकमगढ़।