नगरीय क्षेत्र से लेकर ग्राम पंचायत के समाजसेवी गायब
जिले में क्षेत्रीय सांसद, दोनों जिलों के विधायक कुछ हद जरूरतमंदों के लिए कार्य कर रहे है। लेकिन जिला पंचायत अध्यक्ष, जिला पंचायत सदस्य, जनपद पंचायत अध्यक्ष, जनपद सदस्य, ग्राम पंचायत सरपंच, नगरपालिका क्षेत्र के पार्षद के साथ नपाध्यक्ष इस महामारी में लोगों के बीच से गायब है। इसके साथ ही चुनाव और अन्य त्यौहारों के कार्यक्रमों को कराने वाले दर्जनों संगठन के जिम्मेदार भी दिखाई नहीं दे रहे है। जबकि इस महामारी के समय उन समाजसेवी और विभिन्न संगठनों की जरूरत है। जो आज फ्रंट लाइन में दिखाई नहीं दे रहे है।
१० में से दो परिवार पीडि़त
10 परिवारों में से 2 परिवार के लोगों कोरोना के कारण किसी न किसी विपत्ती का सामना कर रहे हैं। ऐसे में उन्हें शासन और जनप्रतिनिधियों की सहायता की जरूरत है। किसी को दवाओं की तो किसी को भरण पोषण की। लेकिन इस समय कोई भी मद्द करने नहीं आ रहा है।
संगठन भी दिखे पीछे
जिले में सभी समाज के संगठन हैं। सभी की सहायतों के लिए सक्षम हैं। लेकिन यह संगठन आपदा के समय मद्द मेंं आगे नहीं आ रह है। जबकि धार्मिक कार्यक्रमों के साथ सामुहिक कार्यक्रमों में धन एकत्रित करने की मुहिम चलाई जाती है। लेकिन महामारी में ईदगाह कमेटी को छोड़ कोई भी संगठन आगे नहीं आ रहे है।
शिक्षक के साथ छात्र कर रहे पीडि़तों का सहयोग
शिक्षक अजीम मोहम्मद ने बताया कि कोरोना काल की इस भयंकर महामारी के समय बहुत सारे लोगों के काम बंद पड़े हैं। जिन्हें इस समय हमारी जरूरत है। उन्होंने कुण्डेश्वर क्षेत्र में सूखा राशन बांटने की मुहिम छेड़ी। कुण्डेश्वर के नवयुवकों द्वारा गरीब और बेसहारा लोगों को आटा, चावल, दाल दो प्रकार के नमक, गरम मसाला, मिर्ची पाउडर, धनिया पाउडर, सरसों का तेल, हल्दी पाउडर, शक्कर, चाय पत्ती, टूथपेस्ट, साबुन सहित अन्य घर में उपयोग आने वाली सामग्री है। यह मद्द पीयूष सिरोठिया, दिनेश खटीक, जितेंद्र पस्तोर, आबिद अली, मुरलीधर द्विवेदी, साकेत त्रिपाठी, पुष्पेंद्र पाल, राजू यादव, अर्जुन पंडित, बृज यादव, अंशुल व्यास द्वारा की जा रही है।
शहर की वस्तियों में यह कर रहे मद्द
शहरीय क्षेत्रों में युवा सौरभ खरे, विनय प्रताप सिंह द्वारा पीडि़तों को चिन्हित करके सूखा राशन की किट वितरण कर रहे है। जो लोग बीमार है, उन्हें दवाओं की किट भी वितरण कर रहे है। इसके साथ ही ब्रेक दी चैन अभियान के माध्यम से छात्र संकल्प जैन, ऋ षि अवस्थी आशय वर्मा द्वारा पांच-पांच लोगों की टीम बनाकर ३५ गांवों के लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग से जांच की जा रही है।