मामला माध्यमिक शाला ढिल्ला का है। यहां पर शासन द्वारा वितरित करने के लिए भेजी जाने वाली किताबें बच्चों को नहीं दी जाती थी। शाला के प्रधानाध्यापक केपी अहिरवार द्वारा छात्रों को पुस्तकों का वितरण न करते हुए हमेंशा यह कर दिया जाता था कि अभी किताबें आई नहीं है। इसके बाद यह पुस्तकों को बाजार में रद्दी के भाव बेच देते थे। पिछले कुछ समय से चल रही इस लापरवाही के बाद अब ग्रामीण भी इसी फिराक में थे कि यह कब पुस्तकें लेकर जाते है। शनिवार को प्रधानाध्यापक केपी अहिरवार ने जैसे ही इन पुस्तकों को एक टैक्सी में रखवाया और विक्रय करने के लिए बाजार जाने लगे तो ग्रामीणो ंने इसकी सूचना अधिकारियों को दी।
पुस्तकों के साथ पकड़ा
वहीं जब प्रधानाध्यापक यह पुस्तकें लेकर ग्राम मड़वा तक पहुंचे तो ग्रामीणों ने इन्हें पकड़ लिया और इसका विरोध किया। वहीं सूचना पर बीइओक छक्कीलाल वंशकार, नायब तहसीलदार सुधीर शुक्ला, बीआरसीसी अनिल तिवारी, जन शिक्षक सतीश पटेरिया, अरविन्द्र प्रजापति एवं संकुल प्रभारी राजेन्द्र मिश्रा मौके पर पहुंचे। इन्होंने मय किताबों के टैक्सी को जब्त कर लिया है। वहीं इसका पंचनामा बनाकर जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि यह गंभीर मामला है। जांच पूरी होने के बाद प्रधानाध्यापक पर कार्रवाई की जाएगी।
कहते है अधिकारी
यह मामला गंभीर है। इसकी जांच के लिए टीम बनाई गई है साथ ही वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी दे दी गई है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।- अनिल तिवारी, बीआरसी, पृथ्वीपुर।