टीकमगढ़Published: Sep 18, 2019 10:25:58 pm
Sanket Shrivastava
कर्मचारी नही दे रहे चादर और बिस्तर,सांसद देखते रहे लेकिन बोले नहीं
The patients were lying on the ground in the hospital, MP left after d
टीकमगढ़. जिला अस्पताल में इन दिनो वायरल बुखार से लेकर उल्टी दस्त, पेट दर्द के मरीजो की भरमार है। अस्पताल में आने वाले मरीज जमीन पर लेटकर इलाज कराने को मजबूर है।
२०० बिस्तरो वाले अस्पताल में भले ही रोजाना 1000 से अधिक की ओपीडी आ रही हो, लेकिन अस्पताल में तैनात कर्मचारियो की लापरवाही का आलम यह है कि बिस्तर पर लेटने वालो को मांगने पर भी चादर नही दी जा रही है।
बुधवार को जिला अस्पताल में ११०० मरीज इलाज कराने पंहुचे थे। जिसमें किसी को इजेंक्शन तो किसी को ड्रिप के लिए जमीन पर लिटाया गया। हालात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हर रोज केवल मेडिसिन की ओपीडी में ही तीन सैकड़ा के करीब मरीज पहुंच रहे है।
खास बात यह है कि इसमें से अधिकतर मरीजों को भर्ती होना पड़ा रहा है। बारिश के बाद वातावरण में नमी होने के कारण एरोसोल वायरल तेजी से लोगों की सांसों में पहुंचने लगा है। इससे व्यक्ति संक्रमित हो जाता है।
इतना ही नहीं एक मरीज के संक्रमित होने के बाद जैसे ही दूसरा व्यक्ति उसके सम्पर्क में आता है । उसे खांसी, छींक या सांस के जरिए दूसरे को भी संक्रमित कर रहा है।
जमीन पर लेटे रहे वृद्व
अस्पताल के आंकड़े बता रहे है कि यहां की ओपीड़ी में पहुंचे वाला हर तीसरा मरीज वायरल संक्रमण से ग्रस्त है। इतना ही नहीं अस्पताल के मेडीकल, सर्जिकल,महिला वार्ड में बिस्तर कम पड़ रहे है। कई वार्डो में तो एक बिस्तर पर दो मरीजों है तो कहीं जमीन पर लेटे है। बुधवार को नगर के राजमहल निवासी ६८ वर्षीय सुंदरलाल साहू ब्लड़ प्रेशर बढने से इलाज को पंहुचे थे। वृद्व के भर्ती होने के बाद न तो किसी वार्ड बॉय ने वृद्व को बिस्तर दिया और न चादर। साहू कहते है कि इलाज कराना है तो अपनी ही तौलिया बिछाकर जमीन पर लेट कर ही इलाज लिया।
जमीन पर दिया बिस्तर
बानपुर से सीने के साथ ही पेट में दर्द की शिकायत लेकर आई ६३ वर्षीय मख्खन राजा को पलंग नही मिला तो बिस्तर नीचे डालकर ही दवाएं ली। वहीं जतारा के मुहारा से पेट दर्द और वायरल से पीडि़त विजय कुमार तिवारी को पलंग के साथ जमीन दोनो ही नही मिली तो वह मरीजो के परिजनो को बैठने के लिए बनाई गई सीमेंट की पट्टी पर ही लेट गए।
सांसद ने गिलास थमाया लेकिन पूछा कुछ नहीं
बुधवार को टीकमगढ़ सांसद वीरेन्द्र कुमार जिला अस्पताल पंहुचे थे। उन्होंने अस्पताल में जमीन पर लेटे मरीजो को मोदी के जन्मदिन के बारे में तो बताया लेकिन न तो अस्पताल के कर्मचारियो को बुलाकर मरीजो को पलंग या अन्य सुविधाएं देने की बात कही और ना ही इस अव्यवस्था को लेकर मौके पर कोई प्रतिक्रिया दी।
&मरीजो की संख्या अधिक होने के कारण परेशानी होती है। २८० पलंग की अपेक्षा रोजाना १००० की ओपीडी रहती है। चादर सूखने में देरी के कारण नही होगीं। सांसद को भी अस्पताल में ३०० बिस्तर कराने के लिए मांगपत्र दिया है।
डॉ अमित चौधरी, सिविल सर्जन जिला अस्पताल टीकमगढ़