वन विभाग की बताई जा रही जमीन: गोटेट में किसान की जमीन बता कर खोदी जा रहे तालाब को पूरी तरह से वनभूमि बताया जा रहा है। सूत्रों की माने तो यह तालाब वन भूमि के कक्ष क्रमांक 240 में खोदा जा रहा है। यहां पर 140 मीटर लंबा एवं 4 मीटर चौड़े तालाब का निर्माण कराया जा रहा है। सूत्रों की माने तो पूरे क्षेत्र में यही हाल है। सूत्र बताते है कि इसी प्रकार से स्यावनी एवं मातौल में भी वनभूमि पर तालाब बनवाएं गए है। लेकिन इन पर किसी का ध्यान नही है। वनभूमि पर बन रहे तालाब, विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से खोदे जा रहे है। लोगों ने इन पूरे तालाबों की जांच कराकर उनका सत्यापन कराने की मांग की है।
विभाग में हलचल: यह मामला सामने आने के बाद अब विभाग में हलचल शुरू हो गई है। विदित हो कि लंबे समय से जतारा रेंट में इस प्रकार के काम किए जा रहे है। लोगों का कहना है कि यदि अधिकारी यहां की पूरी वनभूमि की जांच कराए तो वन भूमि पर अतिक्रमण और अवैध निर्माण के अनेक मामले सामने आएंगे। मामला सामने आने के बाद डीएफओ ने इसे गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच कराने की बात कहीं है।
कहते है अधिकारी: इस मामले को मैने अभी ठीक से देखा नही है। इसके लिए एक टीम बनाकर यथास्थिति का पता किया जाएगा। जांच प्रतिवेदन के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।- शेखर सिंह, वन मण्डलाधिकारी, टीकमगढ़़।