दस सदस्यीय है बैंड: डॉ. द्विवेदी ने बताया कि बैंड की स्थापना के साथ ही इससे 10 सदस्य जुड़े हुए हैं। जो निरंतर देश भर में अपनी प्रस्तुतियां देते हैं। उनके द्वारा संस्कृत में मध्य प्रदेश गान तैयार किया गया है। डॉ. संजय द्विवेदी जब किसी संस्कृत गीत का संयोजन करते हैं तो उनकी पत्नि ज्ञानेश्वरी द्विवेदी उसे अपनी आवाज देती हैं। हालांकि दोनों पति-पत्नि इस बैंड में अपनी आवाज देते हैं। डॉ. द्विवेदी के मुताबिक इस बैंड को शुरू करने के पूर्व से ही उनका आत्मविश्वास चरम पर था। जिसके चलते उसके संचालन में उन्हें कभी कोई परेशानी नहीं आई।
संस्कृति विभाग ने दिया प्रोजेक्ट: डॉ. द्विवेदी के मुताबिक संस्कृति विभाग द्वारा एकात्म यात्रा के लिए यात्रा के पहुंचने के पूर्व मंच संभालने एवं अपने प्रस्तुतियां देने की जिम्मेदारी उनके बैंड को सौंपी गई है। प्रदेश भर में चार स्थानों से प्रारंभ हुई इन एकात्म यात्राओं में उनकी 30 सदस्यीय टीम फिलहाल अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इन प्रस्तुतियों में शिव तांडव, मध्य प्रदेश गान की प्रस्तुति खास है।
संस्कृति विभाग ने दिया प्रोजेक्ट: डॉ. द्विवेदी के मुताबिक संस्कृति विभाग द्वारा एकात्म यात्रा के लिए यात्रा के पहुंचने के पूर्व मंच संभालने एवं अपने प्रस्तुतियां देने की जिम्मेदारी उनके बैंड को सौंपी गई है। प्रदेश भर में चार स्थानों से प्रारंभ हुई इन एकात्म यात्राओं में उनकी 30 सदस्यीय टीम फिलहाल अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इन प्रस्तुतियों में शिव तांडव, मध्य प्रदेश गान की प्रस्तुति खास है।