टीकमगढ़Published: Nov 19, 2022 08:20:45 pm
anil rawat
पाली, ब्राह्मी और संस्कृत भाषा में है पांडुलिपि, अनुवाद होने पर बहुउपयोगी साबित होंगी पांडुलिपियां
टीकमगढ़. जिले में राजशाही दौर के पुस्तकालय में 250 से 500 वर्ष पुरानी पांडुलिपियां सुरक्षित रखी हुई है। यह पांडुलिपियां पाली, ब्राह्मी और संस्कृति भाषाओं में लिखी गई है। जिले में इन भाषाओं के ज्ञाता न होने से इन पांडुलिपियों का अनुवाद नहीं हो पा रहा है। इन अनुवाद होने से यह जिले के इतिहास और ज्ञान के बड़े भंडार साबित हो सकती है।