उसी दिन शाम 7 बजे भज्जू के अपने खेत पर होने की सूचना मिली। जिस पर गांव के कई लोग एकत्रित होकर भज्जू के खेत पर पहुंचे, तो लोगों को देखकर भज्जू वहां से भाग खड़ा हुआ। रमन्ना जंगल में मनुवा काछी के ख्ेात में सभी लोगों ने उसे पकड़ लिया और उसके साथ मारपीट कर दी। मारपीट से उसकी मौत हो गई तो सभी ने एकराय होकर भज्जू उर्फ कमलेश के शव को प्रेमसागर तालाब के समीप फंदा लगाकर एक पेड़ से टांग दिया और इस पूरे मामले को आत्महत्या का रूप दे दिया। पुलिस द्वारा मामले में मर्ग कायम कर इसकी जांच की जा रही थी। जांच में पाया गया कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि उसकी हत्या की गई है।
9 आरोपी हुए गिरफ्तार: इस मामले के खुलासे के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के निर्देशन में टीआई नवल आर्य के नेतृत्व में एसआई वीरेन्द्र सिंह पंवार, रंजीत सिंह, हिमांशू भिण्डिया, रघुराज सिंह, एएसआई बीएन साहू, प्रधान आरक्षक परवेज, वरिष्ठ आरक्षक राकेश घोष, कैलाश विश्वकर्मा, नीलेश चौधरी, मुकेश उपाध्याय, अवनीश यादव, गोविन्द मेहरा, कमल अहिरवार, एनआरएस सेवक अहिरवार की टीम का गठन किया गया। टीम ने मामले की जांच उपरांत शुक्रवार की रात 12 के लगभग इस मामले के आरोपी मनुआ उर्फ मनोहर काछी पुत्र घनश्याम काछी (32), घन्सू उर्फ घनश्याम काछी पुत्र मुलू काछी (6 0), सुन्तू काछी पुत्र प्यारेलाल काछी (45), नत्थू उर्फ नाथूराम काछी पुत्र नंदू काछी (53), कालीचरण काछी पुत्र हल्कू काछी (60), भगवानदास पुत्रलछुआ काछी (35), हरिशचन्द्र पुत्र नाथूराम सेन (40), रवि महाराज उर्फ भारतभूषण तिवारी पुत्र रामेश्वर तिवारी (37), किशोरी काछी निवासी माडूमर को कुण्डेश्वर धाम से गिरफ्तार कर लिया। सभी आरोपियों के विरूद्ध धारा 302, 201, 34 आईपीसी के तहत मामला कायम किया गया है।