उधार में मंहगी और नगद में सस्ती हो रही खरीदी
कृषि उपज मंडी में पत्रिका ने देखा तो किसानों का गेहूं कई दामों में नीलाम हो रहा था। खास बात तो यह है कि नगद के दाम अलग थे और उधार के दाम अलग थे। जिसकी देखरेख मंडी प्रशासन द्वारा नहीं की जा रही थी। नीलामी भी दो से तीन स्थानों पर हो रही थी। मंडी के कर्मचारी एक तरफ और व्यापारी दो जगहों पर गेहूं पर बोली लगा रहे थे।
कोरोना वायरस के बचाव में नहीं किए गए इंतजाम
कृषि उपज मंडी में किसी भी जगह पर कोरोना वायरस बचाव में कोई इंतजाम नहीं थे। शेड़ों, प्रवेश द्वार, कार्यालय, पानी की टंकी, मटकों के पास, हैंडपंप के पास, शौचालय के पास कही भी साबुन और पानी दिखाई नहीं दिया है। इसके साथ मास्क भी ५० फीसदी लगाए थे। लेकिन वह गले में लटके थे। बल्कि परिचय कार्ड सभी के पास थे।
इनका कहना
पानी की व्यवस्था जल्द ही की जाएगी। कोरोना वायरस बचाव के लिए नए निर्देश आ गए है। प्रत्येक जगहों पर साबुन और पानी रखा जाएगा। किसानों के साथ खरीदी और भुगतान में गड़बड़ी की जाती है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
ओपी लक्ष्यकार सचिव कृषि उपज मंडी टीकमगढ़।