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एक पानी की टंकी और दो मटकों की प्याऊ है कृषि उपज मंडी की पेयजल व्यवस्था

locationटीकमगढ़Published: Jun 03, 2020 08:34:54 pm

Submitted by:

akhilesh lodhi

कृषि उपज मंडी में कोरोना वायरस बचाव और पेयजल व्यवस्था के कोई इंतजाम नहीं किए गए है।

Thirsty returning farmers

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टीकमगढ़.कृषि उपज मंडी में कोरोना वायरस बचाव और पेयजल व्यवस्था के कोई इंतजाम नहीं किए गए है। हजारों किसान एक पानी की टंकी और दो खाली मटकों के साथ मैदान के एक हैंडपंप से जबरन प्यास बुझा रहे है। वहीं शेड़ों के पास बनी एक पानी टंकी खस्ताहाल पड़ी है। व्यापारी अनाज की कीमत को दिनो दिन कम करते जा रहे है। जिसके कारण किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
पत्रिका की टीम ने कृ षि उपज मंडी में पानी की व्यवस्थाओं को देखा तो वहां के हालात उनके बचनों के उलट दिखाई दिए। प्रवेश द्वार के पास दो खाली मटके और कार्यालय के सामने पानी की टंकी पर किसानों की लाइन लगी हुई थी। इसके साथ ही मैदान में नल सहित बनाई गई पानी टंकी सूखी और हैंडपंप पानी के साथ हवा निकाल रहा था। मंडी में इस छोर से उस छोर तक कही भी किसानों के लिए शीतल पेयजल के साथ अन्य सुविधाएं दिखाई नहीं दे रही थी। किसान भी खाली बोतल लिए कही बाहर तो कही मंडी के अंदर पानी की तलाश में भटक रहे थे। किसान गुलाब सिंह और जयहिंद्र लोधी ने बताया कि बुंदेलखण्ड की सबसे बड़ी मंडी टीकमगढ़ की है। लेकिन यहां की व्यवस्थाएं अस्त व्यस्त है। इसके साथ ही खरीद में भी व्यापारियों द्वारा मनमाने दाम लगाए जा रहे है। तौल में भी समझ नहीं आ रहा है। जहां किसानों को भुगतान में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
१९ रुपए की जगह मिल रहे १७ रुपए के भाव
किसान दिदौरा निवासी हरसेवक यादव, कमलेश अहिरवार, परसूराम कुम्हार के साथ अन्य किसानों का कहना है कि तीन दिन पहले गेहूं के भाव १८.५० रुपए थे। लेकिन शुक्रवार को गेहूं १७.३० रुपए बिक रहे है। वहीं भुगतान में भी देरी हो रही है। जिसके कारण किसानों की समस्या और भी पनप रही है। अगर मंडी प्रशासन द्वारा इस मामले में देखरेख नहीं की गई तो किसानों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।

उधार में मंहगी और नगद में सस्ती हो रही खरीदी
कृषि उपज मंडी में पत्रिका ने देखा तो किसानों का गेहूं कई दामों में नीलाम हो रहा था। खास बात तो यह है कि नगद के दाम अलग थे और उधार के दाम अलग थे। जिसकी देखरेख मंडी प्रशासन द्वारा नहीं की जा रही थी। नीलामी भी दो से तीन स्थानों पर हो रही थी। मंडी के कर्मचारी एक तरफ और व्यापारी दो जगहों पर गेहूं पर बोली लगा रहे थे।
कोरोना वायरस के बचाव में नहीं किए गए इंतजाम
कृषि उपज मंडी में किसी भी जगह पर कोरोना वायरस बचाव में कोई इंतजाम नहीं थे। शेड़ों, प्रवेश द्वार, कार्यालय, पानी की टंकी, मटकों के पास, हैंडपंप के पास, शौचालय के पास कही भी साबुन और पानी दिखाई नहीं दिया है। इसके साथ मास्क भी ५० फीसदी लगाए थे। लेकिन वह गले में लटके थे। बल्कि परिचय कार्ड सभी के पास थे।
इनका कहना
पानी की व्यवस्था जल्द ही की जाएगी। कोरोना वायरस बचाव के लिए नए निर्देश आ गए है। प्रत्येक जगहों पर साबुन और पानी रखा जाएगा। किसानों के साथ खरीदी और भुगतान में गड़बड़ी की जाती है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
ओपी लक्ष्यकार सचिव कृषि उपज मंडी टीकमगढ़।
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