१०वी और १२वीं के छात्रों को पढाई में छात्र-छात्राओं को नए नए तरीके बताए जा रहे है। जिसके चलते छात्र स्थानीय और शासन द्वारा भेजे गए मॉडल पेपरों को उत्तरपुस्तिका के माध्यम से हल कर रहे है। रिजल्ट न बिगड़े उसके लिए बार-बार प्रश्न पत्रों को दोहराया जा रहा है।
परीक्षा तारीख आ रही पास, बड़ रही जिम्मेदारों की धडकनें
बोर्ड परीक्षा की तारीख ज्यो-ज्यो पास आ रही है, उसी प्रकार १०वीं और १२वीं परीक्षा के साथ अन्य कक्षाओं के परिणाम सुधार के लिए नए-नए तरीक ों से मॉडल पेपरों को कराया जा रहा है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस वर्ष गूणवत्ता उन्नयन और परीक्षा परिणाम सुधार को लेकर प्रयास किए जा रहे है। जिसके चलते छात्र-छात्राओं को मॉडल पेपर दिए गए है। इन प्रश्न पत्रों द्वारा छात्रों द्वारा बोर्ड परीक्षा की तैयारी की जा रही है।
ग्रामीण क्षेत्रो के स्कूलों में शिक्षा विभाग की नजर
शिक्षा विभाग मॉडल प्रश्न पत्रों से छात्रों की तैयारी तो करा रहा है। लेकिन इस बार उन स्कूलों में विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जहां शिक्षको की कमी और बोर्ड परीक्षा का परिणाम बिगड़ रहा है। ऐसे स्कूलों में छात्रों को मॉडल प्रश्न पत्र से उत्तर पुस्तिकाए लिखवाई जा रही है। जिससे छात्रों को परीक्षा के समय सुविधा हो सके। वहीं कक्षा १२वीं के छात्र-छात्राओं को भी प्रश्न पत्र उपलब्ध कराए जा रहे है। इस प्रकार की योजना से अब छात्र-छात्राओं ने किताबों का सहारा छोड़ दिया है।
इनका कहना
रिजल्ट सुधारने के लिए शासन से आए प्रश्न पत्रों को तो वितरण करा दिया गया है। स्थानीय शिक्षकों द्वारा मॉडल प्रश्न पत्र बनाए जा रहे है। जिनको छात्र-छात्राओं द्वारा कई बार दोहराया जा रहा है। इसके साथ ही बोर्ड परीक्षा सुधारने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे है।
सुरेश सोनी सहायक संचालक जिला शिक्षा विभाग टीकमगढ़।